आंध्र प्रदेश की कोलेरु बर्ड सैंक्चुअरी को भारत में पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्र के रूप में माना जाता है कोलेरु मीठे पानी की विशाल झील है। दरअसल इसकी गिनती एशिया में मीठे पानी की सबसे बड़ी उथली झीलों में होती है। यह आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में स्थित है। झील गोदावरी नदी और कृष्णा नदी के डेल्टाओं के बीच है। इस छिछली और दीर्घ वृत्ताकार आकृति की झील का स्वरूप मानसून के समय लगभग 250 वर्ग किलोमीटर व्यास तक विस्तृत हो जाता है। दरअसल यह झील दोनों नदियों के बाढ़ के पानी को प्राकृतिक रूप से समायोजित करने का काम करती है। कोलेरु झील 63 तरह की मछलियों, मीठे पानी के कछुए और अन्य जलचरों का घर है। इस झील में बड़ी संख्या में झींगा भी होते हैं। स्थानीय मछुआरे उन्हें पकड़कर बाजार में बेचते हैं। लेकिन सबसे खास बात यह है कि छिछली झील होने के कारण इसके आसपास का नम इलाका प्रवासी पक्षियों क...
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किसी भी जगह की किसी दूसरे देश की जगह से तुलना करना बड़ा अजीब लगता है, खासकर प्रकृति के संदर्भ में। लेकिन कई बार किसी कम लोकप्रिय जगह को किसी जानी-मानी जगह के बरक्स रखना दरअसल उसे पहचान दिलाने में मदद जरूर करता है। आंध्र प्रदेश में गांडिकोटा ऐसी ही जगह है, जिसे लोग भारत का ग्रांड कैनयन कहते हैं। जाहिर है, यह नाम देने वालों को ग्रांड कैनयन के बारे में पता होगा। जिन्हें न बता हो, वो इतनाभर जान सकते हैं कि अमेरिका के एरिजोना में स्थित ग्रांड कैनयन प्रकृति का नायाब करिश्मा है, जिसमें चट्टानी पहाड़ों के बीच गहरी खाइयां बनी हैं और सैकड़ों-हजारों सालों में हवा व पानी के प्रवाह से इन खड्ड में चट्टानों पर प्रकृति की मानो चित्रकारी सी हो गई है। कुछ इस तरह से यहां बहती है पेन्नार नदी गांडिकोटा में भी कुदरत ने ऐसा ही करिश्मा दिखाया है। कुछ ऐसा कि वहां जाकर आपको यकीन नहीं होगा कि भारत में किसी जग...
Read Moreआंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य में पर्यटन गतिविधियों को इस महीने से फिर से शुरू करने का फैसला किया है। कोविड-19 के कारण पर्यटन गतिविधियों के ठप होने से सरकार को खासा राजस्व नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसीलिए राज्य सरकार नई पर्यटन नीति भी जारी कर रही है। इसी दिशा में पहला कदम बढ़ाते हुए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए अनलॉक 3.0 दिशानिर्देशों के अनुरूप अंतर-राज्यीय आवागमन को और उदार बना दिया है। हालांकि उसने अपनी सीमाएं पूरी तरह से तो नहीं खोली हैं, लेकिन आंध्र प्रदेश में आने वाले लोगों को अब कल यानी 2 अगस्त से एंट्री पास के लिए केवल अपना विवरण राज्य सरकार के स्पंदना पोर्टल (spandana.ap.gov.in) पर दर्ज कराना होगा। राज्य के प्रमुख सचिव (परिवहन) एम.टी. कृष्णा बाबू के अनुसार ई-पास ऑटो जेनरेटेड होगा और इसे लोगों के मोबाइल व ई-मेल पर भेज दिया जाएगा, जिसे किसी वैध पहचान पत्र के साथ सी...
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