पूर्वोत्तर में नगालैंड व मणिपुर की सीमा पर स्थित डिजुको घाटी के बारे में आपने सुना होगा जो एक बेहद खूबसूरत फूलों की घाटी है। उसी घाटी में एक डिजुको लिली भी खिलता है जो बेहद दुर्लभ है। इस बार मैं आपको पूर्वोत्तर में ही एक और ऐसी जगह लेकर चल रहा हूं जो डिजुको की ही तरह अपने लिली के लिए बेहद प्रसिद्ध है। ये हैं मणिपुर की शिरुई या सिरोय पहाडिय़ों के लिली फूल। शिरुई पहाड़ी पर खिलने की वजह से इसे आम बोलचाल में शिरुई लिली कहा जाता है। यह फूल की एक विदेशी वैरायटी है जो केवल उखरुल जि़ले में ही पाई जाती है। वर्ष 1946 में एक अंग्रेज वनस्पतिशास्त्री फ्रैंक किंगडम वार्ड फूल की इस विशिष्ट किस्म को खोजने वाला प्रथम व्यक्ति था। उसने इसका नाम अपनी पत्नी के नाम पर लिलियम मैकलिनिए रखा था। स्थानीय लोग सिरोय लिली को काशोंगवोन कहते हैं और यह अधिकतर शिरुई काशुग या शिरुई पर्वत पर पाया जाता है। काशोंग यानी पहा...
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