Saturday, April 27
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झरना ऐसा न देखा कहीं

बेन गियोक दुकथेन दरअसल चीन व वियतनाम के बीच की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बहने वाली गुईचुन नदी पर दो झरनों का सामूहिक नाम है। राजधानी हनोई से 272 किलोमीटर दूर यह झरना गाओपिंग प्रांत में दाक्सिन काउंटी की कार्स्ट पहाड़ियों में स्थित है। निर्विवाद रूप से यह झरना वियतनाम की सबसे प्रभावशाली प्राकृतिक झलक देता है। झरना है तो महज 30 मीटर ऊंचा लेकिन इसका पाट 300 मीटर चौड़ा है। गहरे नीले पानी वाली गुईचुन नदी बिलकुल एक पेंटिंग सरीखा नजारा पेश करती हुई धान के खेतों और लाइमस्टोन पहाड़ियों से घिरे बांस के झुरमुटों के बीच से होकर निकलती है।

ये झरने रहे तो हमेशा से होंगे लेकिन इनकी लोकप्रियता हाल में बढ़ी जब यहां की तस्वीरें व वीडियो तमाम जरियों से देश-दुनिया के लोगों के सामने पहुंचीं। हालांकि इस इलाके में सड़क संपर्क और सार्वजनिक परिवहन की स्थिति में सुधार होने के बावजूद बेन गियोक को अब भी लीक से हटकर वाले सैलानी स्थलों में ही माना जाता है। वहां अब भी सलानियों का शोर-शराबा नहीं है और सार्वजनिक छुट्टी व वीकेंड वाले दिनों को छोड़ दें तो अब भी यहां गिने-चुने ही देशी-विदेशी सैलानी नजर आते हैं। कई मायनों में यह अच्छा ही है कि यहां इंसानी दखल फिलहाल न्यूनतम ही है। इस वाटरफॉल्स के लिए वैसे तो साल में किसी भी समय जाया जा सकता है लेकिन मेरी अपनी राय में सितंबर-अक्टूबर का समय यहां के लिए सबसे उपयुक्त है। उस समय गर्मियों की बारिशें कम हो जाती हैं और धान की बुवाई का काम चरम पर होता है।

फोटोः इंटरनेट

बेन गियोक दुकथेन वाटरफॉल्स को पास ही में स्थित गुओम गाओ गुफाओं के साथ भी मिलाकर घूमा जा सकता है। हां, और अगर आप किराये पर मोटरबाइक लेकर इस इलाके को घूम रहे हैं तो यहां घूमने का मजा दोगुना हो जाएगा। सीमा पर होने के कारण यह झरना भी आधा चीन और आधा वियतनाम में पड़ता है। दोनों ही देशों की ओर से बांस की नावें पानी में चलती हैं जो आपको झरने का नजदीकी नजारा दिखाने के लिए प्रपात के बिलकुल नजदीक तक लेकर जाती हैं। तो आप वाकई पानी में दूसरी तरफ के सैलानियों से हाथ मिला सकते हैं। इस झरने के चीन की सीमा से सटे होने और दोनों देशों (चीन व वियतनाम) के बीच रिश्तों का इतिहास खासा उथल-पुथल वाला रहने के बावजूद बेन गियोक के आसपास माहौल बड़ा शांत सा होता है। दोनों तरफ सरकारी अमले की मौजूदगी बहुत सीमित ही होती है और अक्सर आप देख सकते हैं कि वियतनामी दुकानदार चीनी नावों पर सवार चीनी सैलानियों को अपना सामान बेचते रहते हैं।

फोटोः इंटरनेट

गुआम गाओ गुफाओं तक पहुंचने के लिए बेन गियोक झरने से कुछ किलोमीटर पहले दाएं एक रास्ते पर मुड़ना होता है। गुफा तक पहुंचने के लिए एक किलोमीटर पैदल चलना होता है। गुफाएं बहुत प्रभावशाली हैं और उनमें पर्याप्त रोशनी का भी इंतजाम है। बस चलते समय ध्यान रखें कि रास्तों पर फिसलन हो सकती है क्योंकि स्टैलैक्टाइट्स से लगातार पानी रिसता रहता है।

इस इलाके की सैर दरअसल आपको समय में बहुत पीछे लेकर चली जाती है। लोग, खेती व कुदरत सब मानो किसी और दौर की तस्वीर दिखाते हैं, एक विस्मित और मोहित कर देने वाली तस्वीर। समूची घाटी बहुत शांत और सम्मोहक है। इसकी नीरवता उस समय अचानक टूटती है जब गुईचुन नदी नाटकीय रूप से एक 300 मीटर चौड़े किनारे पर पहुंचती है और कई मेड़ से होते हुए नीचे गिरती है जिससे अंततः बेन गियोक वाटरफॉल्स बनता है।

फोटोः इंटरनेट

चूंकि यह प्रपात चीनी सीमा से सटा हुआ था इसलिए पहले विदेशी सैलानियों को यहां जाने के लिए विशेष परमिट चाहिए होता था, लेकिन अब कोई भी सीधे 2 डॉलर का टिकट खीरद  कर बिना कोई दस्तावेज दिखाए वहां जा सकता है और पथरीले रास्ते से होता हा सीधे झरने तक पहुंच सकता है। हालांकि ऐसा कम ही होता है कि टिकट खिड़की पर आपके पासपोर्ट के लिए पूछा जाए लेकिन अपना पासपोर्ट  साथ रखना ही अच्छा है। रास्ता धान के खेतों के बीच से और लकड़ी के पुलों के ऊपर से होकर गुजरता है; कहीं पानी उगलती दरारें होती हैं, और फिर आप झरने की तलहटी में घसियाले तट पर पहुंचते हैं। धवल सफेद जलराशि हरे-भरे पौधों और नुकीले लाइमस्टोन पहाड़ों से घिरी हुई है, लेकिन अगर आप झरने के काफी नजदीक हैं तो कई बार गिरते पानी के प्रवाह से जो कुहासा सा बन जाता है उसमें अगल-बगल कुछ भी दिखना मुश्किल हो जाता है। वैसे झरने के ठीक सामने सड़क के दक्षिणी तरफ एक नया बना मंदिर व पैगोडा झरने को देखने के लिए बहुत शानदार जगह है। वैसे झरने के आसपास कई जगहें हैं जहां आप तसल्ली से बैठकर कुदरत की इस अनूठी रचना को निहार सकते हैं। आप चाहें तो पथरीले तट पर बैठ सकते हैं या घसियाले किनारे पर, या पानी की धारा के बीच में किसी चट्टान पर बैठ सकते हैं या किसी पेड़ की घुमावदार डाल पर अधलेटे हो सकते हैं। यहां की रूमानियत को महसूस करने के कई तरीके हैं। अगर आप किसी छुट्टी या वीकेंड पर वहां नहीं जा रहे हैं तो बहुत मुमकिन है कि घंटों तक आपको वहां कोई छेड़ने वाला न हो।

झरने के नजदीक जाने के लिए बांस की बनी नावें होती हैं। करीब दस मिनट की इस ‘बोटिंग’ के लिए दो डॉलर चुकाने पड़ते हैं। ध्यान रखें कि जितना नजदीक जाएंगे, आप उतना ही पानी में भीगेंगे। कई जगहों पर वियतनामी भाषा में लिखा है कि वहां तैरना मना है। लेकिन अक्सर गर्मियों के दिनों में लोगों को, और खुद को पानी में गोता लगाने से रोक पाना बहुत मुश्किल हो जाता है। वहां कोई ऐसा बंदा नजर भी नहीं आता तो लोगों को पानी में जाने से रोक रहा हो। फिर भी, सावधानी जरूरत बरतनी चाहिए और वहां उसी प्राकृतिक बने पूल में उतरना चाहिए जो चट्टानी सतह वाले हों और उनका खाका साफ दिख रहा हो। मुख्य प्रपात के नजदीक पानी में जाने की कोशिश न करें।

फोटोः इंटरनेट

प्रपात के नीचे तट के पास लकड़ी के एक पुल को पार करने के बाद एक दुष्कर रास्ता है जो जंगल से होते हुए झरने के पहले व दूसरे तले तक लेकर जाता है। पुल के निकट वियतनामी सीमा को चिन्हित करने वाले एक पत्थर के ठीक पीछे से यह रास्ता निकलता है। यह रास्ता नाजुक दिल वालों के लिए नहीं है और न ही उन लोगों के लिए जो पांव में कायदे की चीज न पहने हों। पत्तियों, जड़ों व टहनियों के बीच से सीधी चढ़ाई वाला यह रास्ता बहते नीले पानी के कई कल्पनातीत छोटे कुंड तक ले जाता है। यहां खासा ध्यान रखने की जरूरत है क्योंकि रास्ते पर फिसलन हो सकती है। बारिश के दौरान तो इस रास्ते पर चढ़ने की कोशिश कतई न करें। आप यहां आसपास घूम सकते हैं और हर जगह से आपको अलग ही नजारा झरने का दिखाई देगा। बस, अपनी सुरक्षा से समझौता न करें। वाटरफॉल्स से आगे सीमा के साथ-साथ चलने वाली सड़क के किनारे उन सैनिकों के स्मारक बने हुए हैं जो 1979 में यहां चीन व वियतनाम के बीच हुए संघर्ष में मारे गए थे। इस सड़क पर कई जगह तो दोनों देशों के बीच की सीमाओं के बीच का फासला पांच नीटर से भी कम है।

फोटोः इंटरनेट

पहिए से सिंचाई: यहां खेती की तकनीक बहुत ज्यादा नहीं बदली हैं। कुछ मशीनी धान थ्रेशर को छोड़ दें तो अब भी ज्यादातर काम यहां हाथ से ही होते हैं। लेकिन एक चीज जो यहां देखकर आपको बहुत मजा एगा, वह है बांस का वाटर-व्हील। यह पहिया नदियों से पानी उठाता है और ऊपर किनारे पर गड्ढों में गिराता है जहां से वह पानी खेतों में सिंचाई के लिए ले जाया जाता है।

कहां रुकेः नदी के दूसरी तरफ चीनी इलाके में तो पहाड़ी पर एक होटल है लेकिन वियतनामी इलाके में सालों से कोई खासा विकास नहीं हुआ था। कुछ समय पहले सैगोन बेन गियोक नाम से एक रिसॉर्ट अब शुरू हो गया है। यह झरने के प्रवेश द्वार के ठीक सामने सड़क पर है। इसका परिसर खासा बड़ा है लेकिन इतना ऊंचा नहीं है कि आंखों को अखरे और इलाके की सुंदरता को खराब करे। यहां आपको 40-50 डॉलर में कमरा मिल सकता है। इस किराये में नाश्ता भी शामिल है। कमरे अच्छे हैं और आरामदायक हैं। यहां रुकने का फायदा तभी है जब आप भोर के समय या सांझ के समय झरने को निहारना चाहते हों क्योंकि उस समय की खूबसूरती अलग ही होती है और उस समय लोगों की भीड़ भी नहीं होती। इस रिसॉर्ट के अलावा गुआम गाओ गुफाओं और वाटरफॉल्स के बीच की सड़क पर कुछ स्थानीय गेस्ट हाउस हैं। यहां आपको दस डॉलर में साफ सुथरे कमरे मिल जाते हैं।  झरनों से बीस-तीस किलोमीटर के दायरे में कुछ शहरों में भी रुका जा सकता है। वैसे बेन गियोक आने वाले ज्यादातर सैलानी काओ बांग शहर में रुकते हैं जो यहां से 90 किलोमीटर की दूरी पर है। यह शहर इस प्रांत की राजधानी है। बांग गियांग नदी के किनारे बसे इस बढ़िया शहर में 20-30 डॉलर में कमरे मिल जाते हैं। यहां के होटल अक्सर बेन गियोक फॉल्स के लिए दिन भर की ट्रिप भी आयोजित कर देते हैं।

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