Monday, May 20
Home>>खबरनामा>>FlixBus ने भारत में लॉन्च की बस सेवा
खबरनामाट्रैवल उद्योग

FlixBus ने भारत में लॉन्च की बस सेवा

देश के 46 शहरों तक जाना होगा आसान, शुरुआती ऑफर में किराया सिर्फ 99 रुपये!

भारत 43 वां देश है, जहां फ्लिक्सबस ने लोकल बस ऑपरेटर्स के साथ मिलकर अपनी सेवाएं शुरू की हैं।

दुनिया के 42 देशों में सबसे बड़ा बस नेटवर्क ऑफर करने वाले एक ग्लोबल ट्रैवल-टेक लीडर फ्लिक्सबस (FlixBus) ने भारत में अपने आने की घोषणा कर दी है। कंपनी का दावा है कि वह दुनिया के दूसरे सबसे बड़े बस बाजार में सुविधाजनक यात्रा, प्रतिस्पर्धी मूल्य और सर्वोत्तम सुरक्षा मानकों के साथ इंटरसिटी ट्रैवल में क्रांति ला देगी। फ्लिक्सबस के देश में आने से बस यात्रियों के लिए अब बहुत सारे सुविधाजनक, सुरक्षित और विश्वसनीय यात्रा विकल्प उपलब्ध हो गए हैं। फिलहाल इस सेवा में नई दिल्ली, हिमाचल, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के शहरों और रास्तों को जोड़ा गया है।

फ्लिक्सबस इंडिया के लिए टिकट 1 फरवरी से लोगों के लिए उपलब्ध हो गए हैं। इसके पहले रूट 6 फरवरी से 99 रुपये के स्पेशल लॉन्च प्राइस के साथ शुरू हो रहे हैं, जो दिल्ली को अयोध्या, चंडीगढ़, जयपुर, मनाली, हरिद्वार, ऋषिकेश, अजमेर, कटरा, देहरादून, गोरखपुर, वाराणसी, जोधपुर, धर्मशाला, लखनऊ और अमृतसर से जोड़ेंगे। इन रास्तों पर 59 स्टॉप करीब 200 स्थानों को जोड़ेंगे।

स्थानीय बस चालकों के साथ रणनीतिक सहयोग के साथ फ्लिक्सबस अपने टेक प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर रहा है ताकि वह अपने पार्टनर्स के बिजनेस ऑपरेशन को बढ़ाने में मदद कर सके। फ्लिक्सबस यात्रियों और ऑपरेटर्स के लिए एक बेहतर और आरामदायक अनुभव सुनिश्चित करेगा, और यह सब क्वालिटी, सुरक्षा, निरंतरता और ग्राहकों को बेहतरीन अनुभव की प्रतिबद्धता के जरिए किया जाएगा। फ्लिक्सबस सिर्फ बीएस6 इंजन वाले प्रीमियम बस मॉडल के साथ ही काम कर रहा है। यह पर्यावरणीय संवेदनशीलता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को जाहिर करता है।

फ्लिक्सबस ने अपने कई अंतरराष्ट्रीय मानकों को भारतीय बाजार में भी लागू करने की प्रतिबद्धता दिखाई है, जिनमें लिंग के आधार पर सीट देना भी शामिल है, जिसके तहत महिलाओं के पास की जो सीट होती है, उसे भी किसी दूसरी महिला के लिए ऑटोमेटिक तरीके से रिजर्व कर दिया जाता है। इसके अलावा 24×7 रेस्पॉन्स करने वाली टीम, ट्रैफिक कंट्रोल वार्ड, सभी सीटों के लिए 2-प्वाइंट सीट बेल्ट्स और स्पेशल फ्लिक्सबस लाउंजेस जैसी सुविधाएं भी इसमें शामिल हैं। ये सुविधाएं इस इंडस्ट्री में नए मानक स्थापित करेंगी।

भारत में अपनी सर्विस लॉन्च करने पर Flix के सीईओ André Schwämmlein ने कहा, ‘हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि हम भारत में अपना बिजनेस फैला रहे हैं। भारतीय बाजार में प्रवेश हमारे लिए एक बड़ा अवसर है, जिसमें अपेक्षाओं व संभावनाओं की भरमार है और भारत में मोबिलिटी लैंडस्केप को बदलने की ताकत है।’

FlixBus India के मैनेजिंग डायरेक्टर सूर्या खुराना ने कहा, ‘सुरक्षित, आरामदायक और किफायती यात्राओं के लिए हमारी प्रतिबद्धता की वजह से यात्री हमें पसंद करते हैं। हमारी सफलता लोकल ऑपरेटर्स के साथ तालमेल और साझे मुनाफे में निहित है। हम भारतीय इंटरसिटी यात्रा क्षेत्र में बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं।’ टिकटों की बिक्री 1 फरवरी, 2024 से www.flixbus.in पर उपलब्ध हो चुकी है।

भारत और भूटान में जर्मन राजदूत Dr. Philipp Ackermann ने कहा, ‘जर्मनी में ट्रांसपोर्ट क्षेत्र का बड़ा नाम फ्लिक्सबस भारत में आ रहा है! मेरा मानना कि यह दोनों ही देशों के लिए बड़ा मौका है। परिवहन क्षेत्र के उत्सर्जन को कम करने के लिए सामूहिक यात्रा को मजबूत करना एक वैश्विक प्रयास है, जिसके लिए जर्मनी और भारत, दोनों ही सरकारों के साथ-साथ समाज और इंडस्ट्री को भी काम करने की जरूरत है। बस यात्रा को अधिक सुविधाजनक बनाना और हर किसी की पहुंच में लाना सामूहिक परिवहन को आकर्षक बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।’

जर्मन कंपनी Flix ने तेजी से यूरोप के सबसे बड़े लंबी दूरी के बस नेटवर्क की स्थापना की है। साथ ही अमेरिका, कनाडा, चिली और ब्राजील सहित कई देशों में ग्लोबल लेवल पर विस्तार किया है। Flix ने अपनी FlixTrain ब्रांड से 2018 में पहली इलेक्ट्रिक लंबी दूरी की ट्रेनें चलाईं, 2018 में लंबी दूरी की पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बसों के लिए एक पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत की और 2021 में यूरोपीय संघ की पहली बायोगैस-संचालित लंबी दूरी की बसें लॉन्च कीं। कंपनी तकनीकी विकास, नेटवर्क प्लानिंग, ऑपरेशन कंट्रोल, मार्केटिंग व सेल्स, क्वालिटी मैनेजमेंट और प्रोडक्ट के लगातार विस्तार के क्षेत्र में काम करती है, जबकि कंपनी के पार्टनर रोजाना के रूट से जुड़े ऑपरेशन संभालते हैं। यह तकनीक स्टार्टअप, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और क्लासिक परिवहन कंपनी का अनूठा मेल है।

Leave a Reply