प्रकृति के करिश्मों की अजब-गजब दुनिया में इस बार बात एक ऐसी जगह की जो बहुत अनूठी तो नहीं लेकिन बेहद शानदार है। हम जिक्र कर रहे हैं श्रीलंका में गॉल के विश्व विरासत स्थल किले से थोड़ी ही दूर टैप्रोबेन द्वीप की। तट से बस फर्लांग भर दूर यह द्वीप छोटा सा है (कुल ढाई एकड़ इलाके में फैला) लेकिन यह श्रीलंका का अकेला निजी स्वामित्व वाला द्वीप है। समूचा द्वीप एक होटल में तब्दील है। टैप्रोबेन का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह सीलोन का प्राचीन ग्रीक नाम है। इस द्वीप की शक्ल सीलोन (मौजूदा श्रीलंका) से मिलती-जुलती होने के कारण ही इसे यह नाम मिल गया।
खासे रूमानी माहौल वाला यह द्वीप फुर्सत के कुछ दिन बिताने के लिए दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जा सकता है। विवाह, पार्टियों व खास मौकों के लिए भी यह बेहद माफिक जगह है। कहा जाता है कि इस अनूठे द्वीप ने दुनिया के कई राजाओं, राष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों, कलाकारों, लेखकों व अन्य शख़्सियतों की मेजबानी की है। इस तरह यहां रुकने वाले एक रंगीन इतिहास को साझा कर सकते हैं।
इतिहास
इस द्वीप को सबसे पहले तलाशा था खुद को नैपोलियन के जनरलों में से एक का वंशज बताने वाले काउंट दी माउनी-तलवंडे ने जो चाय बादशाह थॉमस लिप्टन के साथ पहली बार 1912 में सीलोन आए थे। श्रीलंका की खूबसूरती से वह इतना प्रभावित हुए कि पहले विश्व युद्ध के बाद फिर वहां आए अपने लिए एक सपनों की दुनिया खोजने। इसमें उन्हें दस साल लगे। 1930 में उन्होंने इस द्वीप को पाया और यहां इमारत बनाई जो बनावट, यूरोपीय शैली के लिहाज से अनूठी थी, मानो आप किसी क्रूज बोट में हों। काउंट माउनी तीस साल वहां रहे और उस दौरान उन्होंने दुनिया की कई जानी-मानी शख्सियतों की मेजबानी वहां की। मजेदार बात यह है कि उससे पहले इस द्वीप को स्थानीय कोबरा-डंप माना जाता था क्योंकि श्रीलंका में लोग सांपों को मारते नहीं हैं, इसलिए जितने भी कोबरा पकड़े जाते थे उन्हें इस द्वीप पर छोड़ दिया जाता था। काउंट की मौत के बाद भी कई लोगों को यह अपनी ओर खींचता रहा। कुछ-कुछ समय के लिए कई लोगों ने इसे अपना घर बनाया। लेकिन धीरे-धीरे लोग इसे भूलने लगे। वर्ष 1995 में इसके मौजूदा मालिक ने इसे अपने हाथ में लिया और आज इसे दुनिया के सबसे रोमांटिक बसेरों में से एक माना जाता है।
द्वीप
द्वीप पर बने सफेद फर्श और लकड़ी की ऊंची छतों वाले अष्टभुजाकार होटल में पांच विशालकाय स्वीट हैं। हर स्वीट में समुद्र का सीधा नजारा देने वाले बेडरूम के अलावा बैठक, बरामदा और काफी खुली जगह है। हर बेडरूम का अपना छज्जा है जहां से हिंद महासागर की विशालता का नजारा मिलता है। इमारत का मध्य कक्ष तीस फुट ऊंचा है जिसमें प्राकृतिक रोशनी और हवा के आने का पूरा बंदोबस्त है। इमारत का फर्नीचर आपको सौ साल पहले के दौर में लेकर चला जाएगा। इनफिनिटी स्वीमिंग पूल एकदम अंतहीन समुद्र में नहाने जैसा है। पूल और पूल के पार सागर। इमारत के चारों ओर दो एकड़ में फैला जंगलनुमा बगीचा है, जिसमें आप एक निर्जन द्वीप पर (अपने में) खो जाने जैसा आनंद भी उठा सकते हैं।
कुल पांच लोगों का स्टाफ हमेशा आपकी खिदमत में यहां रहता है। जाहिर है कि यहां का शेफ भी खास आप ही की सेवा में रहेगा। सी-फूड यहां की खासियत है लेकिन जाहिर है कि सेफ स्थानीय श्रीलंकाई खाना बनाने में भी उतने ही सिद्धहस्त हैं। आपके यहां आने के बाद यहां के शेफ आपसे आपके खाने की पसंद पूछेंगे और फिर पास के बाजार से सामान लाकर आपके लिए पकाएंगे।
कहां व कैसे
टैप्रोबेन द्वीप श्रीलंका के दक्षिणी सिरे से महज 200 गज दूर वेलिगामा खाड़ी के ठीक मध्य में है। कोलंबो के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सड़क मार्ग से साढ़े चार घंटे का सफर है। लेकिन यदि आप थोड़ा और रोमांच का मजा लेते हुए हेलीकॉप्टर या सी-प्लेन से जाना चाहें तो यह रास्ता महज घंटेभर का रह जाता है। तट से द्वीप तक पानी गहरा नहीं है, इसलिए द्वीप पहुंचने का भी अलग मजा है- हाथी पर बैठकर जाएं तो बड़ा अद्भुत अहसास होता है। श्रीलंका का यह दक्षिणी तट दुनियाभर के सैलानियों के लिए नया आकर्षण है क्योंकि यहां लगभग वही नजारा, अनुभव और आबो-हवा मिलती है जो मालदीव या थाईलैंड में मिलती है। आपको यह जानकर भी हैरानी होगी कि इस द्वीप और दक्षिणी ध्रुव के बीच अथाह समुद्र के सिवाय कुछ नहीं है। नवंबर से अप्रैल का समय यहां जाने के लिए सबसे बढिय़ा है क्योंकि इन दिनों यहां बारिश नहीं होती। लेकिन कई लोग यहां बारिश का मजा लेने भी जाते हैं।
यहां का किराया अगस्त के महीने और 1 फरवरी से 30 अप्रैल और 1 अगस्त से 31 अगस्त के बीच 1750 डॉलर प्रति रात्रि है। वहीं 1 सितंबर से 14 दिसंबर और फिर 1 मई से 31 जुलाई तक किराया कम होकर 1000 डॉलर प्रति रात्रि रह जाता है। साल के अंत में यह जगह सबसे महंगी होती है जब 15 दिसंबर से 20 जनवरी के बीच यहां का किराया 2200 डॉलर प्रति रात्रि होता है। इस किराये में आने वाले दिन दोपहर के या रात के खाने में से कोई भी एक शामिल है। यह दर पूरे विला की है जिसमें पांच स्वीट में दस लोग एक साथ रुक सकते हैं। कम लोग हों तो आपकी मर्जी, किराया इतना ही रहेगा, और ज्यादा लोगों के लिए पहले इजाजत लेनी होगी। आप यहां रुककर गॉल समेत दक्षिण श्रीलंका की कई जगहों को घूमने के लिए जा सकते हैं, कई सारी रोमांचक गतिविधियों का लुत्फ़ ले सकते हैं। ऐसी जगहों की यहां भरमार है जिन्हें देखने में आप कई दिन लगा सकते हैं। हालांकि यह दीगर बात है कि ज्यादातर लोगों का यहां आने के बाद कहीं जाने का मन नहीं करता। इस जगह का आकर्षण है ही ऐसा।
आपको बता दें कि टैप्रोबेन द्वीप दरअसल गॉल शहर व उसके आसपास के इलाके में टैप्रोबेन कलेक्शन का हिस्सा है। इस कलेक्शन में निजी स्वामित्व वाले कुछ बेहद शानदागर बंगले शामिल हैं जो अपनी अनूठी लोकेशन, इतिहास, स्टाइल और सुकून के लिए खास तौर पर चुने गए। इनमें से हरेक की अपनी खासियत है। जैसे कि गॉल शहर के केंद्र से महज पांच मिनट की पैदल सैर पर स्थित है सन हाउस जो 1860 में बना एक कॉलोनियल बंगला है, कभी यह एक स्कॉटिश मसाला व्यापारी का निवास था। गॉल में अपर डिकसन रोड पर डच हाउस है जो 1712 का बना हुआ है। इसी तरह सीनीमोदारा के नाकुलुगामुवा में बीच हाउस भी है। लेकिन इन सबके बारे में बात फिर कभी।
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