इस ऐतिहासिक कस्बे को देखे बिना कुल्लू-मनाली की यात्रा अधूरी समझी जाती है। दरअसल कई मायनों में इसकी अहमियत आसपास की बाकी प्रमुख जगहों के बराबर ही है कुल्लू-मनाली को दुनिया भर में अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है। हर पर्यटक अपने जीवन में इन जगहों को एक बार तो जरूर निहारने की इच्छा रखता है। यही कारण है कि अमूमन पूरे साल भर यहां सैलानियों का तांता लगा रहता है। कुल्लू से मनाली की ओर थोड़ा सा आगे ही राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 पर पतली कुल्ह से लगभग 5 किलोमीटर की दूरी पर व्यास नदी को पार करके हम एक ऐतिहासिक स्थान ‘नग्गर’ पहुंचते हैं। यह वह जगह है जिसे देखे बिना आपकी कुल्लू-मनाली की यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी। दरअसल माना जाता है कि कुल्लू के इतिहास और सांस्कृतिक पहलुओं की जड़ें इसी जगह पर विद्यमान हैं। तो आइए, फिर देर किस बात की...
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उत्तराखंड में राज्य के बाहर से आने वाले लोगों के प्रवेश और क्वारंटीन के नए नियम सोमवार से लागू हो गए हैं। हालांकि नियमों को पहले की तुलना में थोड़ा उदार किया गया है लेकिन राज्य में आने के लिए दो चीजें अब भी जरूरी हैं- एक तो smartcitydehradun.uk.gov.in पर रजिस्ट्रेशन और दूसरा, कोविड की नेगेटिव जांच रिपोर्ट जो उत्तराखंड में प्रवेश करने के वक्त से पहले के अधिकतम 96 घंटे के दरम्यान की होनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि पड़ोसी पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश ने पिछले हफ्ते जारी नए निर्देशों में राज्य में आने की सभी शर्तें, कोविड जांच की अनिवार्यता, रजिस्ट्रेशन आदि को खत्म कर दिया था। सात दिन तक की यात्रा के लिए नहीं होना होगा क्वारंटीन रजिस्ट्रेशन जरूरी सितंबर 21 से प्रभावी हुए नए नियमों के बाद भी उत्तराखंड की सीमा चौकियों पर रुकने व जांच कराने की स्थिति जस की तस रहे...
Read MoreThe World Travel & Tourism Council (WTTC) is delighted to announce that in just three short months, 100 destinations are now using its ‘Safe Travels’ stamp, with the Philippines becoming the official 100th destination. WTTC, which represents the global Travel & Tourism private sector, made history earlier this year when it launched the world’s first ever global safety and hygiene stamp, and today the Safe Travels stamp reached its first major milestone. The stamp, which was developed in order to help restore confidence in travellers and work to revive an ailing Travel & Tourism sector, is now also being used by many more major holiday destinations such as the Maldives, Bermuda, Namibia, Uganda and Montenegro. Maldives The specially designed stamp enables travellers...
Read Moreहिमाचल प्रदेश सरकार ने अपनी सीमाएं पूरी तरह खोल दी हैं। हालांकि सीमाएं तो उसने पहले ही खोल दी थी लेकिन उसने राज्य की सीमा में प्रवेश करने के लिए लगाई सारी शर्तें भी हटा दी हैं। यानी अब आप बेरोकटोक, बिना किसी कागजात, पास या रजिस्ट्रेशन की जरूरत के हिमाचल प्रदेश जाकर हिमालय की बर्फीली चोटियों और नजारों का आनंद ले सकते हैं। हालांकि यह आपके अपने हित में होगा कि आप कोविड-19 से पूरी तरह बचाव करें क्योंकि पाबंदियां हटाने का मतलब यह नहीं है कि हिमाचल प्रदेश या और कहीं भी कोरोना का खचरा नहीं रहा है। खतरा उतना ही है या हो सकता है पहले से ज्यादा हो लेकिन पर्यटन उद्योग के सामने खड़े अस्तित्व के संकट के देखते हुए ज्यादा से ज्यादा सैलानियों को राज्य में आने का मौका देना निहायत जरूरी हो गया था। गर्मियों का सीजन पहले ही खो चुके पर्यटन उद्योग के लिए एक औऱ सीजन खो देना बहुत घातक हो जाता। ...
Read MoreAs restrictions on travel begin to ease globally, destinations around the world are focusing on growing domestic tourism, with many offering incentives to encourage people to explore their own countries. According to the World Tourism Organization (UNWTO), with domestic tourism set to return faster than international travel, this represents an opportunity for both developed and developing countries to recover from the social and economic impacts of the COVID-19 pandemic. Recognizing the importance of domestic tourism, the United Nations specialized agency has released the third of its Tourism and COVID-19 Briefing Notes, -Understanding Domestic Tourism and Seizing its Opportunities.- UNWTO data shows that in 2018, around 9 billion domestic tourism trips were made worldwide – six ti...
Read Moreभूटान के बॉर्डर के नजदीक का आखिरी रेलवे स्टेशन हासिमारा। यहां से लोकल टैक्सी के सहारे पश्चिम बंगाल के जयगांव। भूटान के बॉर्डर पर भारत का आखिरी शहर। फिर जयगांव से टहलते हुए एक दीवार पार करते ही भूटान के फुंटशोलिंग शहर में। यानी ड्रैगन के देश में। कितना आसान और कितना सहज। भारतीय पर्यटकों के लिए देश के किसी हिस्से की सैर की तरह विदेश का पर्यटन। जयगांव और फुंटशोलिंग के बीच कोई फासला नहीं है। है तो बस बीच की एक दीवार, जो भारत और भूटान की सीमा रेखा है। एक गेट के सहारे इस पार से उस पार और उस पार से इस पार करते हुए यहां दो देशों की संस्कृतियों के बीच का जीवन दिखता है। इन दोनों शहरों के बीच दिन में बिना किसी परमिट के आना-जाना किया जा सकता है। लेकिन जब यहां से सड़क के रास्ते भूटान की यात्रा पर निकलने की बारी आती है, तो फुंटशोलिंग से ही परमिट बनवाना पड़ता है। भूटान की राजधानी थिम्फू भूटान की य...
Read Moreकोविड-19 के दौर में एक मीठी-मीठी खबर स्विस चॉकलेटों की दुनिया से जहां खुलने जा रहा है ‘होम ऑफ चॉकलेट’ जहां है दुनिया का सबसे बड़ा चॉकलेट फाउंटेन चॉकलेट भला किसे पसंद नहीं और नाम स्विस चॉकलेट का लिया जाए तो तुरंत ही मुंह में वह घुलती सी महसूस होती है। हालांकि बेल्जियम भी चॉकलेट का उतना ही बड़ा गढ़ है लेकिन स्विस यानी स्विट्जरलैंड की चॉकलेट ने अपना एक अलग ही मुकाम दुनियाभर में बना लिया है। लेकिन वहां भी अगर चॉकलेट का कोई मूजियम हो तो भला का बात है! सब तरफ चॉकलेट और उसकी दुनिया के बारे में! लिंट का होम ऑफ चॉकलेट. (फोटोः KEYSTONE/Lindt & Sprüngli) लिंट (Lindt) का स्विस चॉकलेटों की दुनिया में अलग ही नाम है। उसी नाम को एक नया मुकाम देते हुए लिंट ने स्विट्जरलैंड में ज्यूरिख के निकट किल्शबर्ग में एक ‘होम ऑफ चॉकलेट’ तैयार किया है। कुल 65,000 वर्ग फुट इला...
Read Moreप्रकृति के करिश्मों की अजब-गजब दुनिया में इस बार बात एक ऐसी जगह की जो बहुत अनूठी तो नहीं लेकिन बेहद शानदार है। हम जिक्र कर रहे हैं श्रीलंका में गॉल के विश्व विरासत स्थल किले से थोड़ी ही दूर टैप्रोबेन द्वीप की। तट से बस फर्लांग भर दूर यह द्वीप छोटा सा है (कुल ढाई एकड़ इलाके में फैला) लेकिन यह श्रीलंका का अकेला निजी स्वामित्व वाला द्वीप है। समूचा द्वीप एक होटल में तब्दील है। टैप्रोबेन का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह सीलोन का प्राचीन ग्रीक नाम है। इस द्वीप की शक्ल सीलोन (मौजूदा श्रीलंका) से मिलती-जुलती होने के कारण ही इसे यह नाम मिल गया। कोलंबो गॉल हाइवे से लिया जा सकता है इस द्वीप का नजारा खासे रूमानी माहौल वाला यह द्वीप फुर्सत के कुछ दिन बिताने के लिए दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जा सकता है। विवाह, पार्टियों व खास मौकों के लिए भी यह बेहद माफिक जगह है। कहा जाता है कि इस अ...
Read Moreकोविड-19 महामारी के असर के कारण बेलमोंड हिरम बिंघम इन दिनों नहीं चल रही है लेकिन 7 अक्टूबर 2020 से इसका सफर फिर शुरू हो जाएगा जो 31 मार्च 2021 तक चलेगा। इस दौरान ट्रेन सप्ताह में सिफ एक दिन बुधवार को चलेगी। सब ठीक रहा तो उसके बाद इसका नियमित सफर शुरू हो जाएगा। तकरीबन 13 साल पहले साल एक गैर सरकारी कवायद में दुनिया के जो नए सात आश्चर्य चुने गए थे, पेरू में माचू-पिच्चू के शिखर भी उनमें से एक थे। ये शिखर इंका सभ्यता के अवशेषों को अपने में समेटे हुए हैं। इन्हीं की यात्रा कराती है एक राजसी ट्रेन। ज्यादातर लोगों के लिए समुद्र तल से 2350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माच्चू-पिच्चू के शिखरों की यात्रा अपने आप में एक दुर्लभ अनुभव होती है। यह ट्रेन इस जादुई यात्रा को और भी यादगार बना देती है। इंका सभ्यता के इस गुमशुदा शहर (लॉस्ट सिटी) जाने के दो ही तरीके हैं, या तो पेरू रेल की ट्रेनों से या फिर पैदल। ...
Read MoreKnown as the capital of tourism in the Mediterranean region as it welcomes millions of tourists every year, Antalya continues to be one of the most popular holiday destinations among tourists thanks to “Safe Tourism Certificate” program launched by Turkey in response to the COVID-19 pandemic. The “Safe Tourism Certificate” program, which was implemented by Turkey for the 2020 tourism season, has been rapidly adopted by the accommodation, food & beverage, and transportation companies in the industry. The program defines a series of measures that must be taken across a vast range of key players in the industry including transportation and accommodation establishments to ensure the health and well-being of facility personnel and guests, both local and foreign. The certificate, whi...
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