UNWTO announces list of 44 villages in 32 countries as winners for the year 2021 The best examples of villages embracing tourism to provide opportunity and drive sustainable development have been celebrated at the World Tourism Organization (UNWTO) General Assembly in Madrid. Pochampally village in Telangana has been awarded as one of the Best Tourism Villages in the world. At the 24th General Assembly of the NWTO at Madrid, a total of 44 villages from 32 countries across the five world regions were granted the recognition for 2021. All of these villages stand out for their natural and cultural resources as well as for their innovative and transformative actions and commitment to the development of tourism in line with the Sustainable Development Goals (SDGs). Located in Nalg...
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The Ramappa temple at Palampet in Telangana's Warangal has been conferred the tag of UNESCO World Heritage site. At the ongoing online meeting of World Heritage Committee, the decision was reached after a consensus where Norway opposed the inscription while Russia led an effort for the immediate inscription of the temple. A consensus with 17 countries backing the move ensured the inscription of the site. Ramappa temple, a 13th century engineering marvel named after its architect, Ramappa, was proposed by the government as its only nomination for the UNESCO World Heritage site tag for the year 2019. The iconic Ramappa Temple showcases the outstanding craftsmanship of great Kakatiya dynasty. In its selection criteria, UNESCO says, “Rudreshwara, popularly known as Ramappa Temple, is...
Read MoreThe Telangana Forest Department has said there are 14 tigers in the Amrabad Tiger Reserve as against 12 recorded in 2019. The Amrabad reserve is home to the highest population of tigers in the State. The latest findings on the presence of the big cats cameout during the phase-IV monitoring carried out in 2020- 21, according to an official release. "During the phase-IV census in 2019, there were 12 identified tigers. In the phase-IV monitoring in 2020-21, the number increased to 14..." it said. Phase-IV monitoring is being conducted as part of the exercise in every tiger reserve across the country. !function(e,t,c,a){if(!e.fwn&&(a="fwn_script",n=e.fwn=function(){ n.callMethod?n.callMethod.apply(n,arguments):n.queue.push(arguments) },e._fwn||(e._fwn=n),n.qu...
Read Moreवारंगल को सबसे ज्यादा ककातीय वंश के शैव शासकों की राजधानी के तौर पर इतिहास में अहमियत मिली। उस समय यह दक्षिण के सबसे प्रभावशाली साम्राज्यों में से एक था। कालांतर में साम्राज्य भले ही ढह गया लेकिन ककातीयों ने शिल्प व कला के रूप में ऐसी विरासत छोड़ दी जिसे दुनिया आज भी याद करती है वारंगल किले में मानो जहां-तहां इतिहास बिखरा पड़ा है। किले का प्रवेश द्वार वारंगल रेलवे स्टेशन से महज दो ही किलोमीटर की दूरी पर है। फिर किले के अवशेष वहां से लेकर पांच किलोमीटर दूर तक हनमकोंडा तक फैले हैं लगभग सहस्त्र स्तंभ मंदिर को छूते हुए। किले के भीतर पहुंचने के बाद वहां खड़े ककातीय कला तोरणम सहसा ध्यान खींच लेते हैं। ककातीय वंश की भव्यता की कहानी कहते ये तोरण द्वार कितना ऐतिहासिक महत्व रखते हैं इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सका है कि तेलंगाना राज्य के नए लोगो में पृष्ठभूमि में चारमीनार के साथ-साथ यह ककाती...
Read Moreहैदराबाद में गोलकुंडा का किला भारत के सबसे भव्य किलों में से एक है और शिल्प के लिहाज से अनूठा भी। यह किला निजामों के इस शानदार शहर के इतिहास व विरासत का बेहतरीन नमूना पेश करता है। इसकी चमक उसी कोहिनूर हीरे सरीखी है जो यहां से निकला था यूं तो हर किले की एक कहानी होती है जिसमें राजा और रानी होते हैं। किले की कहानी में राजा की प्रजा होती है, प्रजा को दुश्मनों से बचाने के लिए तगड़ी किलेबंदी होती है, आसमान को छूते दरवाजे होते हैं। देखा जाए तो सब किलों के वैभव और उनके पराभव की दास्तानों में जबरदस्त समानता होती है। बस बदलते जाते हैं राजाओं के नाम, उनके शासनकाल के नाम और काल, उन किलों से जुड़ी हुई प्रेम कहानियों के किरदारों की तस्वीरें। इन तमाम बातों के साथ भी तेलंगाना राज्य की राजधानी हैदराबाद में बसा गोलकुंडा का किला अपनी एक बिल्कुल अलहदा किस्सागोई के साथ आकर्षक का केंद्र बना हुआ है। यहां एक...
Read MoreSalar Jung museum at Hyderabad is one of the three national museums of India and also the third largest in the country with the biggest one-man collections of antiques in the world, all belonging to Salar Jung family, which was finally converted into a museum by Nawab Mir Yusuf Ali Khan Salar Jung III (1889-1949), who was former Prime Minister of the seventh Nizam of Hyderabad. This museum has a collection of sculptures, paintings, carvings, textiles, manuscripts, ceramics, metallic artefacts, carpets, clocks and furniture from Japan, China, Burma, Nepal, Persia, Egypt, Europe and North America besides India. The English Bracket Clock at Salarjung Museum in Hyderabad is said to have manufactured in England and assembled in Calcutta in the late 19th century. This musical clock is one of th...
Read Moreदक्कन के पठार में अपनी खास भौगोलिक स्थिति की वजह से तेलंगाना को अनूठी जलवायु मिली हुई है। यह जलवायु और यहां का मौसम पेड़-पौधों और वन्य प्राणियों के लिए खासा अनुकूल माना जाता है। समूचे इलाके में कई वन्यजीव अभयारण्य हैं, कुछ टाइगर रिजर्व भी हैं और पक्षी अभयारण्य भी। इनमें कई तो बहुत पुराने हैं और कई महत्वपूर्ण भी। हालांकि तेलंगाना के वन्य अभायरण्यों या टाइगर रिजर्वों को उस तरह की ख्याति नहीं मिली जितनी मध्य भारत में बाकी राज्यों- खास तौर पर कर्नाटक, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के टाइगर रिजर्वों को मिली लेकिन इसके बावजूद उनकी अहमियत किसी सूरत में कम नहीं हो जाती। सैलानियों के नजरिये से देखा जाए तो ऐसे अभयारण्यों को घूमने में कम आनंद है जहां सैलानी सफारी करने के लिए टूटे पड़ते हैं। जंगल को कम शोर-शराबे और सुकून में देखने का ही लुत्फ ज्यादा है और यह तेलंगाना के जंगलों में बखूब...
Read Moreएक ऐसा उत्सव जो फूलों से शुरू होता है और उन फूलों के जरिए स्त्री शक्ति के आह्वान के साथ जल में प्रवाहित होता है, जीवन धारा के रूप में। स्त्री जीवनदायिनी है, स्त्री जीवन धारा को विकसित-पल्लवित-पुष्पित करती है, जीवन को बड़े पालनाघर में डाल पोसती है, नई ऊंचाइयों तक पहुंचाती है और इसलिए उसका खास महत्व है। तेलंगाना के राज्य उत्सव बाथुकम्मा का मूल मंत्र यही है। चूंकि यह शक्ति हर नारी में है, लिहाजा इस उत्सव में किसी देवी-देवता की मूर्त रूप में पूजा नहीं होती। हर औरत इस शक्ति का स्वरूप है, लिहाजा बराबर है। स्त्रीत्व की जयगाथा का ऐसा कोई और उत्सव दुनिया भर में शायद ही हो जिसमें मूर्त रूप में महिलाएं अपनी शक्तियों का जयगान करें और खुश रहने और खुशी बांटने के लिए बहनापे का जगत में विस्तार करें। इस उत्सव का नाम है बाथुकम्मा, जो दक्षिण भारत के तेलंगाना का ...
Read MoreIts easy to narrate a story but tough to make it feel. That's what sound and light show at Golconda fort near Hyderabad successfully does. Golconda, one of the most famous and the biggest fortress in the Deccan plateau, is an important milestone in Indian history. Enthralling, making you miss a heartbeat, and blink an eye or two is the Golkonda fortress citadel, which has an amazing acoustical system, whereby a clap of your hands can leave behind resounding noise that reverberates all-around you. The various edifices are so placed as to transmit sound to different far away points. One of the most popular attractions on the tourists' list in Hyderabad is the sound and light show at Golconda fort. Scores of tourists who come to this monument ensure that they don't miss the sound and light s...
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