Continued natural habitat loss increased the risk of future pandemics as humans expand their presence into ever closer contact with wild animals The average size of wildlife populations has plummeted more than two-thirds in less than 50 years because of deforestation and rampant overconsumption. Experts said on Thursday that the warning was to protect nature in order to save itself. According to the World Wildlife Fund (WWF) annual Living Planet report, human activity has severely degraded three-quarters of all land and 40 percent of the Earth's oceans, an accelerating destruction of nature that will have untold consequences on health and livelihoods. “The global Living Planet Index continues to decline. It shows an average 68% decrease in population sizes of mammals, birds, amp...
Read MoreTourism industry is among the worst impacted industries due to the COVID-19 pandemic and all sectors including airlines and hospitality have been severely impacted. A helping hand, largely from government, is definitely required for the survival of tourism industry in India. Now what is debated in tourism industry is whether it should be in form of a direct financial grant or not! Government itself has not offered any views on that. Following the news that the Indian Association of Tour Operators (IATO) has urged the government to provide relief to the tourism sector that is in dire straits due to COVID-19; Animesh Kumar, Director of Travel and Tourism Consulting at GlobalData, a leading data and analytics company, said, that, “India, with over 4.2 million confirmed cases, is only ...
Read Moreप्रकृति के करिश्मों की अजब-गजब दुनिया में इस बार बात एक ऐसी जगह की जो बहुत अनूठी तो नहीं लेकिन बेहद शानदार है। हम जिक्र कर रहे हैं श्रीलंका में गॉल के विश्व विरासत स्थल किले से थोड़ी ही दूर टैप्रोबेन द्वीप की। तट से बस फर्लांग भर दूर यह द्वीप छोटा सा है (कुल ढाई एकड़ इलाके में फैला) लेकिन यह श्रीलंका का अकेला निजी स्वामित्व वाला द्वीप है। समूचा द्वीप एक होटल में तब्दील है। टैप्रोबेन का नाम इसलिए पड़ा क्योंकि यह सीलोन का प्राचीन ग्रीक नाम है। इस द्वीप की शक्ल सीलोन (मौजूदा श्रीलंका) से मिलती-जुलती होने के कारण ही इसे यह नाम मिल गया। कोलंबो गॉल हाइवे से लिया जा सकता है इस द्वीप का नजारा खासे रूमानी माहौल वाला यह द्वीप फुर्सत के कुछ दिन बिताने के लिए दुनिया की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक माना जा सकता है। विवाह, पार्टियों व खास मौकों के लिए भी यह बेहद माफिक जगह है। कहा जाता है कि इस अ...
Read Moreकोविड-19 महामारी के असर के कारण बेलमोंड हिरम बिंघम इन दिनों नहीं चल रही है लेकिन 7 अक्टूबर 2020 से इसका सफर फिर शुरू हो जाएगा जो 31 मार्च 2021 तक चलेगा। इस दौरान ट्रेन सप्ताह में सिफ एक दिन बुधवार को चलेगी। सब ठीक रहा तो उसके बाद इसका नियमित सफर शुरू हो जाएगा। तकरीबन 13 साल पहले साल एक गैर सरकारी कवायद में दुनिया के जो नए सात आश्चर्य चुने गए थे, पेरू में माचू-पिच्चू के शिखर भी उनमें से एक थे। ये शिखर इंका सभ्यता के अवशेषों को अपने में समेटे हुए हैं। इन्हीं की यात्रा कराती है एक राजसी ट्रेन। ज्यादातर लोगों के लिए समुद्र तल से 2350 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माच्चू-पिच्चू के शिखरों की यात्रा अपने आप में एक दुर्लभ अनुभव होती है। यह ट्रेन इस जादुई यात्रा को और भी यादगार बना देती है। इंका सभ्यता के इस गुमशुदा शहर (लॉस्ट सिटी) जाने के दो ही तरीके हैं, या तो पेरू रेल की ट्रेनों से या फिर पैदल। ...
Read Moreघूमने की चाहत हो लेकिन दिमाग पर काम का बोझ, तो भला क्या किया जाए। इसी में बीच का रास्ता निकालने के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन लेकर आया है ‘वर्केशन’ की अवधारणा यानी ‘वर्क के साथ वेकेशन’ या काम के साथ-साथ छुट्टियां और घूमना-फिरना। इसमें आपको मिलेगा आपके रुकने की जगह पर दफ्तर का सा ढांचा, जिसमें आप तसल्ली से अपना काम कर सकेंगे और साथ में आपके पास होगा ढेर सारा समय जिसमें आप आसपास घूम सकेंगे, लोगों से मिल-जुल सकेंगे, प्रकृति का आनंद ले सकेंगे और अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में नई ऊर्जा फूंक सकेंगे। यानी ‘वर्क फ्रॉम होम’ वालों के लिए अब ‘वर्क फ्रॉम वेकेशन’ की सुहूलियत है। कोविड 19 महामारी के खतरे से बचने के लिए भारत समेत दुनिया भर की कंपनियॉ अपने कर्मचारियों की सेहत को ध्यान में रखते हुए उन्हें घर से काम करने (वर्क फ्रॉम होम) के मौके दे रही है, लोगों को अक्सर घर से काम करने की बात रोमांचक लगत...
Read Moreठहरने-घूमने की अजीबोगरीब जगहों की कड़ी में इस बार हम जिस जगह का जिक्र कर रहे हैं, वह वाकई कुछ ज्यादा ही अजीब है। उसक बारे में जानकर कुछ लोग नाक-भौं भी सिकोड़ सकते हैं। आखिर, जिराफ के घर से लेकर कंदराओं और समुद्र की गहराइयों के बाद अगर हम आपसे एक मोटी सी सीवर पाइपलाइन में रुकने को कहें तो अजीब लगेगा ही। आप ये भी कह सकते हैं कि- यह भी कोई रुकने की जगह हुई? लेकिन जनाब, यह वाकई रुकने की जगह है। यूरोप में ऑस्ट्रिया के लिंज शहर के निकट ओतेशेम में डेन्यूब नदी के किनारे स्थित दास पार्क होटल पुराने सीवर पाइपों में है। निश्चिंत रहें, इन पाइपों का इस्तेमाल अब सीवर के लिए नहीं होता। लेकिन ये वाकई एक जमाने के सीवर पाइप हैं जो अब कमरों की शक्ल ले चुके हैं। चूंकि छोटे-छोटे पाइप हैं, इसलिए बड़ी होटलों के शानदार स्वीट की सहूलियतें तो यहां नहीं मिल पाएंगी। लेकिन ये रुकने की बुनियादी जरूरतें जरूर पूर...
Read Moreगहरी रात लेकिन अंधियारी नहीं, और वो देखो... उस झील के ऊपर आकाश में इतनी रोशनी क्यों है? आखिर क्या है सदर्न लाइट्स का करिश्मा सुदूर न्यूजीलैंड में! दुआ कीजिये कि कोविड का प्रकोप जल्दी खत्म हो और आप यह खूबसूरज नजारा देखने जा सकें.., एस्ट्रोनॉमर यानी खगोल विज्ञानी डॉ. इयान ग्रिफिन को न्यूजीलैंड में ड्यूनेडिन में रहते हुए कई साल हो गए हैं। इन सालों में उन्होंने सदर्न लाइट्स यानी ऑरोरा आस्ट्रेलिस का नजारा लगभग डेढ़ सौ से कहीं ज्यादा बार देखा होगा। अब यह बात ठीक है कि रात के आसमान का नजारा लेना उनके लिए खगोलविज्ञानी होने के कारण पेशेवर मजबूरी भी है। लेकिन उसके अलावा वह इस कुदरती खेल के आदी भी हो गए हैं। आखिर यह उनके घर के अगले दरवाजे से महज दस मिनट की दूरी पर जो नजर आता है। न्यूजीलैंड क साउथ आईलैंड के पश्चिमी तट पर नेलसन लेक्स नेशनल पार्क में लेक रोतोइती के ऊपर दिखता ऑरोरा आस्ट्रेलिस यानी...
Read MoreBecause of very fluid worldwide pandemic situation, travel industry, especially the cruise industry is finding it very hard to plan for the coming months. This is one segment of the travel sector, which has suffered a lot and which does not see any relief in the foreseeable future. That is the reason that postponements have become order of the day. In past few days at lease three cruise lines have delayed their return to sea in Australia. P&O Cruises Australia has extended its rolling pause in operations from Australia to 2 December this year as the cruise line continues to take guidance from authorities, public health experts and society on restarting sailing. P&O Cruises President Sture Myrmell said extending the rolling pause until 2 December (inclusive) – and the start of s...
Read Moreगुफाएं हमेशा एक रहस्य का आवरण ओढ़े रहती हैं, लोगों की जिज्ञासा को नई उड़ान देती हैं। गुफाएं पहले भी लोगों को आसरा देती थीं, अब भी दे रही हैं। लेकिन अब उसमें जरूरत नहीं घुमक्कड़ी प्रमुख है हमने पहले तुर्की में कैपाडोकिया की गुफाओं में बने आलीशान होटलों का जिक्र किया था। इस बार हम कैपाडोकिया की गुफाओं से बाहर आकर एक दूसरी गुफा में घुस गए हैं। यह गुफा दक्षिण पश्चिम अमेरिका के न्यू मैक्सिको में फार्मिंगटन के निकट स्थित है। गुफा जमीन की सतह से सत्तर फुट भीतर है लेकिन ला प्लाता नदी से लगभग 280 फुट ऊपर। है न मजेदार बात। दरअसल यह गुफा एक पहाड़ी के भीतर है। लेकिन यहां हम गुफा की बात नहीं कर रहे हैं बल्कि गुफा में बनाए गए छोटे से होटल की बात कर रहे हैं। इसे कोकोपेल्लीज केव बेड एंड ब्रेकफास्ट कहा जाता है। लेकिन बाकी तमाम गुफाओं की तरह यह गुफा प्राकृतिक नहीं है, बल्कि बनाई गई है। मूल रूप से...
Read Moreरॉयल कैनेडियन पैसिफिक की विशेषता का अंदाजा इसी बात से लग जाता है कि इसे कई बार दुनिया की सर्वश्रेष्ठ लग्जरी ट्रेन का खिताब मिल चुका है। महज दस डिब्बों की यह ट्रेन एक बार में सिर्फ 32 खास लोगों की मेजबानी अधिकतम छह दिन के सफर पर करती है। रॉयल कैनेडियन पैसिफिक की यात्राएं कनाडा के अल्बर्टा में कैलगरी से शुरू होती हैं। इसके लिए वहां खास तौर पर कैनेडियन पैसिफिक रेलवे पैवेलियन बना है। कहा जाता है कि कैनेडियन पैसिफिक रेलवे की कनाडा को एक देश के रूप में जोड़ने में अहम भूमिका थी, जब उसने महाद्वीप के पूर्वी व पश्चिमी सिरों को एक दूसरे से जोड़ा। कैनेडियन पैसिफिक कंपनी 1881 में स्थापित हुई थी और उसने ट्रेनों के संचालन के साथ-साथ तमाम धंधों में हाथ आजमाये शिपिंग से लेकर क्रॉकरी व बोतलंबंद पानी तक। साल 2000 में वह कनाडा की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी थी। कनाडा में रेलवे के शुरुआती दिनों में यह कंप...
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