Do you feel safe? Will life ever get back to normal? What will that new normal look like? As we define a pandemic, nearly everyone is grappling with questions like these. An expert on the history of spaceflight—and one of the few women in her field—Amy Shira Teitel, author of FIGHTING FOR SPACE: Two Pilots and Their Historic Battle for Female Spaceflight (Grand Central Publishing; ISBN: 978-1-5387-1604-5; $30.00; Hardcover), invites us to find a silver lining and take this moment to learn how to adapt like an astronaut. Drawing on her extensive knowledge of NASA’s history and missions going back more than 60 years, Teitel shares six astronaut-tested tips to help us face the unknown and take small steps that just might lead to giant leaps in conquering quarantine, ...
Read MoreCategory: ट्रैवल टिप्स
पूर्वोत्तर के आठ राज्यों में सिक्किम सैलानियों की पहुंच में भी सबसे ज्यादा रहा है और लोकप्रिय भी। असम में गुवाहाटी कामाख्या मंदिर और माजुली द्वीप की वजह जाना जाता रहा है तो पूर्वी असम के इलाके अपने चाय बागानों के लिए। इसी तरह शिलांग व चेरापूंजी के इलाके अपने झरनों के लिए दुनियाभर में लोकप्रिय रहे हैं। पूर्वोत्तर को सड़क के रास्ते रोमांचक ढंग से घूमना हो तो उसके कई तरीके हो सकते हैं। सिकिक्म में गंगटोक से मंगन होते हुए उत्तरी सिक्किम में युमथांग और जीरो प्वाइंट तक का रास्ता बहुत खूबसूरत है। पूरा रास्ता तीस्ता और उसकी सहायक नदियों के किनारे-किनारे चलता है। कंचनजंघा चोटी के नजारों से लकदक यह रास्ता दुनिया की सबसे ऊंची व खूबसूरत हिमालयी झीलों में से एक गुरु डोंगमार झील की तरफ ले जाता है। बस उसके लिए खुला मौसम और खुले रास्ते, दोनों की दरकार होती है। खास तौर पर लाचेन से गुरु डोंगमार तक...
Read Moreकेरल जाने वाले ज्यादातर सैलानियों की वहां घूमने को लेकर पसंद बहुत सीमित होती है। केरल को लेकर हम सबकी कुछ खास धारणाएं होती हैं। ज्यादातर लोग वहां बैकवाटर्स के लिए जाते हैं। कुछ लोग गोवा की सी मस्ती ढूंढने के लिए कोवलम सरीखे बीचों पर चले जाते हैं। कुछ अन्य मानसून में वहां की प्रसिद्ध नौका दौड़ देखने पहुंच जाते हैं। जो लोग कुछ अलग चाहते हैं वे मुन्नार जैसी जगहों पर चाय बागानों को देखने जाते हैं और जो रोमांच चाहते हैं वे पेरियार जैसी वाइल्ड लाइफ सैं1चुअरी में चले जाते हैं। खाली इतने भर से भी देखा जाए तो देश के इस दक्षिणी राज्य में सैलानियों के लिए खासी विविधता है। लेकिन केरल में ऐसी कई जगहें और भी हैं, कई चीजें करने को भी हैं जिन्हें आम तौर पर हम केरल से या तो जोड़ते नहीं हैं या फिर वे हैं तो खालिस केरल की, लेकिन उनके बारे में लोगों को पता नहीं है। इस बार हम नजर डाल रहे हैं ऐसी ही कुछ बातों ...
Read Moreकोविड-19 को लेकर यात्रा पर लगी पाबंदियां अब धीरे-धीरे खत्म हो रही हैं और आपके पास अपनी ट्रिप बुक करने के मौके फिर से आ रहे हैं। ऐसे में किसी यात्रा पर निकलने के लिए बुकिंग कराने, हवाई जहाज में बैठने और किसी जगह पर पहुंचने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? हम आपको बता रहे हैं आठ ज़रूरी बातें। 1. नई बुकिंग को लेकर एयरलाइन कंपनियों की बदली नीतियों का रखें ध्यान अगर आपकी फ्लाइट पहले कैंसिल हो चुकी है तो यह पता कर लें कि आपके पास मौजूद पिछले टिकट को क्या किसी शुल्क को दिए बगैर क्या नई उड़ान के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। महमारी के कारण अस्त-व्यस्त हुए उड़ान कार्यक्रमों को दुरुस्त करने के लिए दुनिया भर में एयरलाइंस ने कई किस्म के अपवाद लागू किए हैं। लेकिन ये तमाम छूट तय अवधि के लिए ही उपलब्ध हैं। एयरलाइंस उद्योग के आकड़े बताते हैं कि मार्च में उड़ानें रद्द होने के बाद इस तरह की जित...
Read Moreअब हर घुमक्कड़ अपने साथ एक मोबाइल लेकर चलता है जिनमें कई बहुत बढिया कैमरों से लैस होते हैं। जाहिर है, फोटो लेना कभी इतना आसान नहीं रहा। दरअसल फोटो लेना और उन्हें शेयर करना, दोनों ही खासे पसंदीदा शगल में से एक हैं। लेकिन मजेदार बात यह है कि जैसे-जैसे फोटो साझा करने के विकल्प बढ़ते जा रहे हैं, अपने फोटो को औरों से अलग, कुछ हटके दिखाने की होड़ भी उतना ही तेज होती जा रही है। आप इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर जाएं तो नजर आ जाएगा कि फोटोग्राफी की यह दौड़ अब किस दिशा में जा रही है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि आप कलात्मक फोटो लेने के लिए और खुद को मुकाबले में आगे रखने के लिए स्मार्टफोन से आगे जाकर सोचें। वैसे भी जब आप किसी खास यात्रा के लिए जाते हैं तो लौटने के बाद हमेशा सोचते हैं न कि मेरे पास फलां कैमरा होता तो मेरे फोटो बड़े शानदार आते! तो लौटने के बाद किसी अफसोस से बचने के लिए क्यों न पहले थोड़ा...
Read Moreकई बार किसी रोमांचक सफऱ पर जाते हुए महसूस होता है न कि यह चीज होती तो क्या बात होती या इस चीज में यह खूबी होती तो कितना अच्छा रहता। तो घुमक्कड़ों की ऐसी ही इच्छाओं ने कई नई चीजों के आविष्कार को जन्म दिया है तो कई पुरानी चीजों को नई शक्ल व नई सुहूलियत दी है। आइए जानते हैं ऐसी ही छह चीजों के बारे में जो आपके अगले सफर को थोड़ा और शानदार बना सकती हैं। सैंड फ्री मल्टीमैटः कई बार होता है न जब आप कहीं चटाई बिछाकर बैठते हैं तो आपके पैरों की मिट्टी उसपर आ जाती है या फिर आसपास की धूल-मिट्टी चटाई पर बिखर जाती है। ऐसी ही स्थितियों से बचने के लिए यह सैंड फ्री मल्टीमैट है जो दोहरी परत वाली मेश तकनीक से बनी है। इससे मिट्टी या रेत ऊपर से नीचे तो चले जाते हैं लेकिन नीचे से फिर ऊपर नहीं आ पाते। यही नहीं, यह मैट मिट्टी के अलावा गंदगी, गीली घास या पानी के बिखरने आदि से भी बचाती है। कैंपिंग व हाइकिंग आ...
Read Moreकिसी सफर पर जाते हुए कितनी हिदायतें मिलती हैं न! कोरोना वायरस का दौर है, ऐसे में किसी भी जगह जाने के लिए स्वास्थ्य, सोशल डिस्टेंसिंग, सफाई आदि की हिदायतें तो मिल ही रही हैं। लेकिन यह तो बात हुई हालिया दौर की। कुछ बातें ऐसी हैं जो हमेशा ध्यान रखनी होती हैं। कुछ हम याद रखते हैं तो कई सारी भूल जाते हैं। कितनी बार ऐसा होता है कि हम ठीक वही चीज भूल जाते हैं जो सबसे जरूरी होती है। यहां हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसी बातें जो सफर पर निकलने से पहले तैयारी करते हुए हमेशा याद रखनी चाहिए। तुर्की के कैपाडोकिया में बैलूनिंग जरा गौर फरमाइए इन 23 हिदायतों पर- अगर आप परिवार के साथ कहीं जा रहे हैं तो होटल के बजाय कोई अपार्टमेंट खोजें और अगर अकेले जा रहे हैं तो सिंगल रूम की तलाश करें। कई वेबसाइट हैं जो ऐसे मकान मालिकों के बारे में जानकारी देती हैं जो घर या कोई एक कमरा किराये पर उपलब्ध कराती है...
Read Moreतकनीक बदलने के साथ-साथ इसमें भी खूब बदलाव आया है कि आप अपने सफर के लिए किस सामान की पैकिंग करते हैं और किसकी नहीं। अब हम कई सारी वो चीजें लेकर चलने लगे हैं जो पहले मौजूद ही नहीं थी। इसमें कोई दोराय नहीं कि तकनीक ने पैकिंग को थोड़ा आसान बनाया है तो कहीं-कहीं थोड़ी दुविधा भी बढ़ाई है। पैकिंग के लिए हमें ऐसा सामान चाहिए जो हल्का हो, उपयोगी और आरामदायक। इस बार हम बात कर रहे हैं दस ऐसी चीजों की जो आपकी पैकिंग के साथ-साथ आपके सफर में भी सुहूलियत दे सकती हैं। एक नजर- ट्रैवल वाशिंग लाइनः हुक वाली इलास्टिक की ऐसी रस्सियां आजकल सफर, खास तौर पर कैंपिंग वगैरह के दौरान काफी उपयोगी साबित होती हैं। बाइकर्स इनका इस्तेमाल पैकिंग के लिए कर लेते हैं और कैंप में ये टेंट के भीतर या बाहर कपड़े सुखाने के भी काम आ जाती है। दोनों तरफ हुक होने से इन्हें कहीं भी फंसाने में मदद मिल जाती है। अब तो लोग इन्हें होटल ...
Read Moreजब कोई जगह दुनिया में अकेली हो तो उसे देखने का रोमांच कुछ ज्यादा ही होता है। गुजरात के जूनागढ़ जिले में स्थित गिर नेशनल पार्क के साथ कुछ ऐसी ही बात है। वह दुनिया में एशियाई शेरों का अकेला बसेरा है। यहां के अलावा खुले जंगल में शेर दुनिया में केवल अफ्रीका में हैं लेकिन वे अफ्रीकी शेर हैं। गिर नेशनल पार्क 16 अक्टूबर से 15 जून तक सैलानियों के लिए खुला रहता है। गिर का परमिट देश के तमाम राष्ट्रीय पार्कों की ही तरह गिर राष्ट्रीय पार्क में जाने के लिए भी परमिट की आवश्यकता होती है। लेकिन अक्सर इसकी औपचारिकताओं के बारे में लोगों को जानकारी कम होती है, जिससे सैलानियों को वहां पहुंचकर परेशानी का सामना करना पड़ता है। गिर में मुख्य नेशनल पार्क में जाने के लिए रोजाना तीन सफारी होती हैं। एक सवेरे छह बजे से, दूसरी सवेरे नौ बजे से और तीसरी दोपहर बाद तीन बजे से। हर सफारी के लिए कुल 46 परमिट आधिकार...
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