हर साल लाखों प्रवासी अमुर बाजों की मेजबानी करती है यह खूबसूरत झील नगालैंड की दोयांग झील - विशाल और खूबसूरत। कल्पना कीजिए कि आधे घंटे के भीतर कई लाखों की संख्या में अमुर बाज इस झील और उसके ऊपर के आसमान को पूरी तरह पाट दें- हर तरफ सिर्फ अमुर बाज! यकीनन यह दुनिया में पक्षियों के प्रवास की सबसे अनूठी कहानी है। इसका अनूठापन केवल इसके प्रवास में नहीं है बल्कि उसके संरक्षण में भी है। पिछले आठ सालों में संरक्षण की इस कोशिश ने दुनिया को चमत्कृत किया है। यह कहानी अमुर बाजों (फॉल्कन) की है। लोगों की भागीदारी से ऐसा कारनामा हुआ है। पहले जो लोग इन पक्षियों को मार देते थे वही लोग आज इन पक्षियों को बचाने का काम कर रहे हैं। कुछ इस तरह छा जाते हैं यहां के आकाश में अमुर बाज लेकिन अमुर बाजों का प्रवास अपने आप में विलक्षण है। कई लाखों की संख्या में ये बाज हर साल मध्य एशिया में मंगोलिया से दक्षिण ...
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कोविड-19 के दौर में घूमना कितना कठिन हो गया है। लेकिन हमारी कोशिश है कि हम आपको देश-दुनिया की झलक दिखलाते रहें, ताकि आपको घूमने की कमी महसूस न हो। इसी कड़ी में इस बार पूर्वोत्तर की एक अनूठी जगह हम अपने ही देश के बारे में कितना कम जानते हैं। हमारा देश इतनी विविधताओं और प्रकृति की इतनी खूबसूरती को समेटे हुए है कि उनका विवरण करने लगें तो सिलसिला अंतहीन होगा। ऐसी ही एक अनूठी जगह है पूर्वोत्तर की डिजुको घाटी। इसे पूर्वोत्तर की फूलों की घाटी भी कहा जाता है। यहां पाए जाने वाला डिजुको लिली फूल बेहद दुर्लभ माना जाता है। यह घाटी नगालैंड व मणिपुर की सीमा पर स्थित है। और कितनी विडंबना की बात है कि इतनी खूबसूरत, पुरसुकून देने वाली घाटी के लिए भी अक्सर इन दोनों राज्यों के बीच तनाव हो जाता है। खैर, लेकिन निर्विवाद रूप से इसे भारत के छुपे कुदरती खजानों में से एक माना जा सकता है। डिजुको को अर्थ होता...
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