गंडोले में या फेरी व्हील में झूले पर बैठकर ऊपर जाते-नीचे आते तो हम सबने देखा-सुना महसूस किया है, लेकिन यहां हम ऐसे गंडोले की बात कर रहे हैं जिसमें नावें ऊपर-नीचे आती जाती है। स्कॉटलैंड की फोर्थ एंड क्लाइड नहर को 35 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यूनियन नहर से जोड़ने वाला यह गंडोला दुनिया में इंजीनियरिंग के नायाब करिश्मों में से एक माना जाता है और यह स्कॉटलैंड की पारंपरिक इंजीनियरिंग की देन है। पहाड़ी घाटी में नदियों या नहरों में नावों के आने-जाने के लिए लॉक या लिफ्ट की तकनीक यूरोप में सदियों से रही है। फॉलकिर्क व्हील उसी का उन्नत स्वरूप है। पहले यह काम इस रास्ते पर बने 11 लॉक के जरिये किया जाता था। 1930 में यह लॉक इस्तेमाल में आना बंद हो गए। ग्लास्गो को एडिनबर्ग से फिर जोड़ने की कवायद में इस व्हील की कल्पना रची गई। फोर्थ एंड क्लाइड नहर की शुरुआत 1773 में हुई थी और उसे फोर्थ नदी पर ग्रेंगमा...
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संयोगवश हमने पिछले दोनों अंकों में जिन शाही ट्रेनों की बात की थी वे दोनों ही बेलमोंड समूह द्वारा चलाई जाती हैं, जिसका पिछला नाम ओरिएंट-एक्सप्रेस समूह था। अब इस अंक में जिस ट्रेन की सैर पर हम चल रहे हैं, वह भी बेलमोंड समूह के ही परिचालन में है। हालांकि एक जमाना था जब ये सारी ट्रेनें अपने में अलग-अलग थीं। बदलती स्थितियों में अब इन सबका ऑपरेशन एक ही हाथ में है लेकिन इन सबकी अपनी-अपनी खूबी व विशिष्टता कायम है। इस बार हम बात कर रहे हैं युनाइटेड किंगडम यानी ब्रिटेन के स्कॉटलैंड में चलने वाली रॉयल स्कॉट्समैन रेलगाड़ी की। रॉयल स्कॉट्समैन का स्वरूप पुराने राजमहलों की तरह भले ही है लेकिन सुविधाएं अत्यंत आधुनिक। यह ट्रेन अपने राजसी सफर के लिए दुनिया भर में मशहूर है। आज दुनिया में लगभग तीस ट्रेनें लोगों को अपनी शानो-शौकत के कारण आकर्षित कर रही है। लेकिन रॉयल स्कॉट्समैन उन ट्रेनों में से है जिसने इ...
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