Dholavira, a Harappan-era metropolis, in Gujarat has been inscribed on the UNESCO World Heritage List. This is the second Indian site to be inscribed in the prestigious list during the ongoing 44th session of the World Heritage Committee of the UNESCO. This session of the World Heritage Committee is being chaired from Fuzhou in China and is being held online. It started on July 16 and will end on July 31. Earlier in this session, Rudreswara/Ramappa Temple in Warangaal district of Telangana, which dates back to the 13th century was included in the list. Dholavira won its inscription on Tuesday. It is also the 40th Indian site in the UNESCO World Heritage list. General view of residential block in lower town. Photo: ASI UNESCO has acknowledged that, “Dholavira is one of the most re...
Read MoreTag: Kutch
साल की आखिरी शाम को विदा करने और नए साल की पहली सुबह का स्वागत करने का ख्याल कुछ अलग ही तरीके से रोमांचित करता है। लेकिन हममें से ज्यादातर अपने आसपास की होटलों या रेस्तराओं की न्यू ईयर पार्टियों या डिनर से आगे सोच ही नहीं पाते। आखिरकार जाते साल की आखिरी शाम हमारे लिए बीते वक्त को याद करने की और नए साल की पहली सुबह नई उम्मीदें जगाने की होती है। छोड़िए होटलों की पार्टीबाजी और नाच-गाना। इस बार तो वैसे भी कोविड-19 के कारण पार्टियों का दौर कम रहेगा। हम आपको बता रहे हैं उन जगहों के बारे में, जहां भीड़-भड़क्के से दूर ढलते या उगते सूरज की लालिमा आपको भीतर तक आह्लादित कर देती है। सूरज के क्षितिज में समा जाने या उसे वहां से बाहर निकलते देखना सबसे सुकूनदायक पलों में से एक होता है। इनमें से कुछ जगहें ऐसी हैं जहां आप एक ही स्थान पर केवल अपनी नजरें घुमाकर शाम को सूर्यास्त और सवेरे सूर्योदय देख सकते हैं...
Read More
You must be logged in to post a comment.