इसे अक्सर दुनिया की उन जगहों में से एक माना जाता है जिन्हें आपको जीते-जी एक बार देख लेना चाहिए। एक छोटी सी जगह और इतनी बड़ी ख्याति। लेकिन आप अगर यहां जाएंगे तो आपको अंदाजा हो जाएगा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। बर्गेसथास एशर-वाइल्डकिर्शली आल्प्स पर्वतों की गोद में है। अब यह महज एक रेस्तरां है। कुछ साल पहले तक यहां सैलानियों के रात में भी रुकने की गुंजाइश थी। लेकिन अब दो साल से यहां रात में रुकने की बुकिंग नहीं हो रही। रेस्तरां बदस्तूर चालू है। वैसे भी इसका मजा दिन की रोशनी में है, जब चारों ओर का नजारा मिलता रहे और आप इसकी हैरतअंगेज लोकेशन को निहार सकें।
यह जगह एपेंजेल आल्प्स में है जो दरअसल स्विट्जरलैंड में आल्प्स पर्वत श्रृंखला का उत्तरी सिरा है। इस रेस्तरां की खास बात है, वो जगह जहां पर यह स्थित है। इसके ठीक पीछे सीधी खड़ी ऊंची पहाड़ी है। यह इमारत मानो उसकी खोह में बनी है। इसके कुछ कमरों की तो पीछे की दीवार पहाड़ी की चट्टान ही है। ठीक सामने बर्फ से लदी आल्प्स पर्वतमाला है। रेस्तरां और आल्प्स के बीच में नीचे गहरी लेकिन हरी-भरी बेहद खूबसूरत घाटी है। यानी आप रेस्तरां से सीधे घाटी में छलांग लगा सकते हैं (लेकिन ऐसा कीजिएगा मत)। आप इस रेस्तरां की खुली जगह में बैठकर कॉफी का मजा ले रहे हों तो सामने आल्प्स पर्वत आंखें मिलाते दिखेंगे।
जाहिर है कि जिस जगह पर यह पहाड़ी गेस्टहाउस स्थित है, वहां सिर्फ पैदल ही पहुंचा जा सकता है। अब यही कहा जा सकती है कि इतनी खूबसूरत जगह पर पहुंचने के लिए थोड़ा कष्ट न उठाना पड़े तो क्या मजा!
बर्गेसथास एशर पैदल पहुंचने के भी दो तरीके हैं- पहला तो वसरओएन से सीधे रेस्तरां तक हाइकिंग करना जिसमें तकरीबन ढाई-तीन घंटे का वक्त लग जाता है या फिर वसरओएन से एबेनाल्प तक केबल कार से जाना और फिर एबेनाल्प से एशर तक हाइक करना जिसमें 15-20 मिनट का वक्त लग जाता है। वसरओएन से एबेनाल्प तक केबल कार से आने-जाने का किराया करीब 30 डॉलर है। ज्यूरिख से वसरओएन तक ट्रेन आती है और इसमें एक तरफ का सफर ढाई घंटे का है और एक व्यक्ति का एक तरफ का टिकट करीब 40 डॉलर।
बताया जाता है कि बर्गेसथास एशर की इमारत 1805 में बनी थी। दरअसल यह बनी थी किसानों, चरवाहों, बकरियों, गायों आदि के बसेरे के रूप में। दरअसल पास ही में इसी तरह पहाड़ी की धार पर गुफा में बना हुआ एक चार सौ साल पुराना वाइल्डकिर्शली चर्च भी है। कहा जाता है कि 1658 से लेकर 1853 तक यहां पादरी-पुजारी आते-ठहरते रहे। लिहाजा बर्गेसथास एशर को बाद में पादरियों-पुजारियों से आध्यात्मिक दिशा लेने आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गेस्टहाउस का स्वरूप दे दिया गया। पादरी-पुजारी तो अब नहीं रहे लेकिन यह गेस्टहाउस इस इलाके में तफरीह के लिए आने वाले सैलानियों का ठिकाना बन गया जो स्विस रोश्टी का जायका लेते हुए पहाड़ों को निहारा करते हैं। इस गेस्टहाउस की मेहमान पुस्तिका में आपको 1940 तक की प्रविष्टि मिल जाएंगी। इसे स्विट्जरलैंड का सबसे पुराना पर्वतीय गेस्टहाउस बताया जाता है। यहां के हरमिट लॉज में दो लोगों के रुकने के लिए एक डबल बेडरूम है। यहां जगह न मिले तो निकट के वीजबेड लॉज में कोशिश कर सकते हैं।
लेकिन चूंकि यह रेस्तरां के तौर पर ज्यादा इस्तेमाल आ रहा है, इसलिए बात यहां के खाने की भी। यह जगह अपने खालिस स्थानीय स्विस भोजन के लिए भी बहुत लोकप्रियता हासिल कर रही है। कई एशर स्पेशल फूड व ड्रिंक हैं जो यहां की खासियत हैं। लोग उनका स्वाद लेने भी यहां आते हैं। हर मंगलवार व बृहस्पतिवार को एशर होटल का रसद-पानी नीचे से एक मोटर वाहन से ऊपर आता है। कैसे? यह देखना भी बड़ा मजेदार है, जिसके लिए आपको यहां आना होगा।
एबेनाल्प केबल कार से वसरओएन से ऊपर तक पहुंचने में 15 मिनट लग जाते हैं। यह केबल कार का पंद्रह मिनट का सफर भी चारों तरफ अद्भुत नजारों से भरा होता है। केबल कार से निकलने के बाद आपको थोड़ा नीचे उतरना होता है। तकरीबन दस मिनट तक घाटी में उतरे के बाद आप उस पगडंडी पर पहुंच जाते हैं जो खड़ी पहाड़ी के ठीक नीचे है। इसके बाद का रास्ता पहाड़ी के भीतर एक गुफा में घुस जाता है। आप गुफा के दूसरे सिरे से बाहर निकलते हैं तुरंत बाहर वाइल्डकिर्शली चर्च नजर आ जाएगा जो एक तरह से पहाड़ी में ही बना लिया गया है। चर्च से आगे निकलने के बाद एक लकड़ी का बना पुल पार करना होगा। घबराइएगा नहीं क्योंकि पुल तो मजबूत है लेकिन पुल से नीचे आपको घाटी की पूरी गहराई नजर आ जाएगी। पुल पार करने के बाद आप बर्गेसथास एशर पहुंच जाएंगे।
जब यहां सैलानी रात में रुकते थे तो करीब 40 लोगों के रात में सोने की व्यवस्था यहां अलग-अलग कमरों में थी। दुर्गम पहाड़ी में होने की वजह से यहां पानी की आपूर्ति नहीं है, बारिश के पानी से ही काम चलाया जाता है। लिहाजा यहां वाशरूम व टॉयलेट तो हैं लेकिन नहाने की कोई गुंजाइश नहीं है। नहाने के लिए तो आपको 30 मिनट पैदल चलकर सीआल्प झील में डुबकी लगानी पड़ेगी। यहां नाश्ता सवेरे सात बजे से उपलब्ध हो जाता है और रात का खाना रात नौ बजे तक मिलता है। यानी आप सवेरे सात बजे से रात नौ बजे तक यहां जा सकते हैं। लेकिन बेहतर होगा कि आप ऐसे वक्त जाएं जब आप दिन की रोशनी में, खुले मौसम में यहां के नजारों का भरपूर लुत्फ ले सकें। यह जगह मई से अक्तूबर के बीच ही खुली रहती है। इस साल 12 मई 2020 से यहां का सीजन शुरू हुआ है। यहां सवेरे 10 बजे से शाम 4 बजे के बीच खाने के लिए कोई रिजर्वेशन नहीं कराया जा सकता है। लेकिन सवेरे उससे पहले और देर शाम को अधिकतम 10 लोगों के लिए पहले रिजर्वेशन कराया जा सकता है।
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