ग्लोबल वार्मिंग की हकीकत कई रूप में सामने आ रही है। हर साल तापमान के नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। रूस में दुनिया की वे तमाम सबसे ठंडी जगहें हैं जहां लोग रहते-बसते हैं। ऐसे देश में साल 2020 के पहले छह महीने अब तक के, यानी जब से मौसम के आंकड़े रखे जाने शुरू हुए तब से लेकर अब तक के, सबसे गर्म छह महीने रहे हैं।
रूस के नेशनल हाइड्रोमीटियोरोलोजिकल सेंटर के साइंटिफिक डायरेक्टर रोमन विलफेंद का कहना है, “मौसम विज्ञान के 130 साल क इतिहास में यानी 1891 के बाद से, जब से उपकरणों की मदद से मौसम के आंकड़े रखे जाने लगे, साल 2020 के पहले छह महीनों में रूस में औसत तापमान सबसे ज्यादा रहा।” उनका कहना था कि यह असामान्य रूप से गर्म सर्दियों के महीनों की वजह से हुआ। उन्होंने बताया कि जनवरी में तापमान औसत रूप से सामान्य से 10 से 11 डिग्री सेल्शियस ज्यादा रहा। विलफेंड ने बताया कि पिछले महीने रूस में साल के पहले छह महीने के लिए मौसम के 240 से ज्यादा रिकॉर्ड टूटे।
यह साल तो खास ही साबित हो रहा है। बीती 20 जून को रूस में मौसम की यह बदहाली अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में छाई रही जब साइबेरिया में वेर्खोयांस्क के छोटे से शहर में 38 डिग्री सेल्शियस तापमान रिकॉर्ड किया गया जो आर्कटिक सर्कल में किसी भी जगह आज तक दर्ज किया गया अधिकतम तापमान है।
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