The Archaeological Survey of India (ASI) has unearthed an ancient temple of Hoysala era in in Hassan district recently, an ASI official said on Wednesday. Presumably a Jain temple, the ancient structure with a grand platform carrying intricate carvings unique to the Hoysala era, was found at Shantinatha Basadi near Halebidu in Belur taluk, the officer added. Another Jain temple, Parshvanatha Basadi (built in 1133 AD) at Halebidu, Karnataka. Photo: Dinesh Kannambadi/Wikipedia The discovery is significant because it shows that the Hoysala rulers had patronised Jainism as well. The excavation was carried out on January 20 by a team led by Dr G Maheshwari, Regional Director of ASI (Southern Region). !function(e,t,c,a){if(!e.fwn&&(a="fwn_script",n=e.fwn=function(){ n....
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हंपी के कुछ हिस्सों में घूमते हुए कई बार लगता नहीं कि हम पांच सौ साल पुराने इतिहास के बीच हैं। सब कुछ इतना जीवंत लगता है। वहां जाकर महसूस होता है कि जीत का अहसास कितनी भव्यता प्रदान करता है और हार उस भव्यता को किस कदर मटियामेट कर देती है। हंपी में ये दोनों ही नजारे साथ-साथ देखने को मिलते हैं हेमकुटा पहाड़ियों पर बने इक्कीस शिव मंदिरों में से एक में मैंने बारिश से बचने के लिए अपने गाइड के साथ शरण ले रखी थी। पीछे विशाल चट्टानों से बहता पानी बहुत सुंदर लग रहा था। उसने छोटे-छोटे झरनों के आकार ले लिए थे। सामने विरुपाक्ष मंदिर के तीनों शिखर एक साथ दिखाई दे रहे थे। विरुपाक्ष मंदिर हंपी के उन गिने-चुने मंदिरों में से है जिनमें आज भी विधिवत पूजा होती है। विरुपाक्ष मंदिर के भीतर जितनी चहल-पहल थी, उसके उलट हेमकुटा पहाड़ी से आसपास बने शिव मंदिरों, जैन मंदिरों और पीछे विरुपाक्ष मंदिर क...
Read Moreजैसे ही मैं दक्षिण के मैकलोडगंज का शब्दचित्र बांधने लगी हूं, मेरी आंखों के आगे वही वैभवशाली भवन आकार लेने लगा है जिसे देखकर मेरे मुंह से एक ही शब्द निकला था.. वाह! और इसके साथ ही कानों में गूंजने लगी हैं मंत्रोच्चार की ध्वनियां.. जिन्हें सुनते ही मेरा सारा तनाव बह निकला और मुझे लगा कि मैं ध्यान के सागर में गोते लगा रही हूं। मैं एक ऐसी बस्ती की बात कर रही हूं जिसे भारत में तिब्बती विस्थापितों का दूसरा सबसे बड़ा ठिकाना कहा जा सकता है बायलाकूपे है तो कर्नाटक के मैसूर जिले में, लेकिन मैसूर से यहां तक पहुंचने में करीब दो घंटे का वक्त लग जाता है। बहुत कम लोग होंगे जो मैसूर जाने के दौरान बायलाकूपे आते होंगे। अक्सर लोग जब कूर्ग घूमने जाते हैं, तब बायलाकूपे का रुख करते हैं। जब आप कूर्ग से मैसूर जाते हैं, तो कूर्ग के कुशलनगर से बाहर निकलते ही दाईं तरफ का मोड़ आपको पांच किलोमीटर के...
Read MoreWith the COVID-19 pandemic casting a shadow, the famous Dasara celebrations in the palace city of Mysuru will be a low-key affair this year. "I'm discussing regarding Mysuru Dasara, we will see how it can be celebrated in a simple way and do it," Karnataka Chief Minister B S Yediyurappa on Friday told reporters here in response to a question. The Chief Minister's statement has come amid reports that 'jamboo savari' (procession of caparisoned elephants) and cultural carnival associated with the Mysuru Dasara that attracts large crowd, is likely to be dropped this year, in view of the COVID situation. Celebrated as "Naada Habba" (state festival), the ten-day event every year showcases Karnataka's cultural heritage resplendent with folk art forms. This year Dasara festivitie...
Read Moreउत्तर भारत में जहां हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड और मध्य प्रदेश पर्यटन उद्योग को फिर खड़ा करने के लिए सैलानियों को बुला रहे और नियमों में ढील दे रहे हैं, वहीं कर्नाटक में कोविड-19 के संक्रमण में अचानक फिर से तेजी आ जाने से कई लोकप्रिय सैलानी स्थलों पर सभी होमस्टे, होटल व रिज़ॉर्ट बंद करने के लिए कहा जा रहा है कोडागु (कूर्ग), चिक्कमगलुरु व हसन में अगले आदेश तक किसी भी नए मेहमान को रुकने न देने और परिसर फिलहाल बंद करने के निर्देश तमाम होटलों को प्रशासन की तरफ से दिए गए हैं। बीते सोमवार को कर्नाटक के पर्यटन मंत्री सी.टी. रवि ने खास तौर पर बेंगालुरु से घूमने जाने वाले लोगों से अपील की थी कि वे इन हिन स्टेशनों की तरफ न उमड़ें। इसी के बाद एक आदेश जारी करते हुए कोडागु उपायुक्त एनीज कनमणि जॉय ने कहा कि सबी रिज़र्ट, होटलों, सर्विस अपार्टमेंटों, रेजीडेंशियल हॉस्टलों व होमस्टे को जिले के बाहर के...
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