पहले के कालिकट और आज के कोझिकोड के आसपास के इलाके को केरल के बाकी हिस्सों की ही तरह कुदरत ने काफी नियामतें बख्शी हैं। उनको काफी सहेजकर रखा भी गया है। मलाबार के इस इलाके में जाएं तो इन कुछ जगहों की सैर करना न भूलें, हम बता रहे हैं आपको टॉप 10 विकल्प। धुंध से ढका तुषारागिरी वाटरफॉल्स तुषारागिरी यानी धुंध से ढका पहाड़। कोझिकोड से 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह वाटरफॉल्स बहुत खूबसूरत है। लगातार गिरते पानी से उठती ओस यहां पहाड़ पर कुहासा सा बना देती हैं। यह इलाका केरल के पारंपरिक मसालों की खेती से भरपूर है। यह ट्रैकिंग के शौकीन भी बहुत आते हैं जो यहां से वायनाड जिले में वाइतिरी तक ट्रैक के लिए जाते हैं। सांस्कृतिक चेतना का ताली मंदिर कोझिकोड शहर के भीतर स्थित 14वीं सदी में बना यह मंदिर मलाबार के इस इलाके की सांस्कृतिक चेतना का एक प्रमुख केंद्र है। इसका केरल शैली का पारंपरि...
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There are only a few things that appeal to adventure enthusiasts more than the thrill of riding on the wild waters of untamed rivers, or white water rafting as it is called. Rafting or whitewater rafting is a challenging recreational activity using a raft to navigate a river or other bodies of water. This is usually done on whitewater or different degrees of rough water, in order to thrill and excite the raft passengers. The mighty rivers flowing down from the heights of the Himalayas make India one of the world’s best places for adventure. While the best of rafting options lie north, in the Himalayan waters, South, West and East has also seen recently the development of the sport. Like most outdoor sports, rafting in general has become safer over the years. Expertise in the sport has inc...
Read Moreयह सही है कि मानसून घूमने के लिए सबसे रोमांटिक सीजन माना जाता है। लेकिन बारिश में भीगने का लुत्फ हर किसी को रास नहीं आता। इसलिए जो लोग घूमने के लिए स्कूली छुट्टियों से बंधे नहीं हैं और जो लीक से थोड़ा हटकर सैर-सपाटा पसंद करते हैं, उनके लिए मानसून सबसे रोमांच का सीजन है। ये वो लोग होते हैं जो बारिश में भीतर सुरक्षित जगह पर छिपने बजाय बांहें फैलाकर बूंदों को अपने बदन पर महसूस करते हैं। यह सीजन फायदे का भी है, क्योंकि ऑफ सीजन होने के चलते रुकने की जगह सस्ते में मिल जाती हैं, भीड़-भड़क्का नहीं मिलता। मानसून में फर्क सिर्फ इतना है कि जिस तरह से गर्मियों व सर्दियों की छुट्टियों के डेस्टीनेशन बदल जाते हैं, उसी तरह से मानसून के भी कुछ अपने डेस्टीनेशन बन जाते हैं एलेप्पी के बैकवाटर्स का आनंद भारत के मुख्य हिस्से में मानसून सबसे पहले केरल में आता है। इस बार थोड़ा लेट आया लेकिन उससे उम्मीद...
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