धरती की सतह से ऊपर पहाडिय़ों में बनी गुफाओं से निकलकर इस बार आ जाएं नीचे… जमीन पर नहीं, बल्कि उससे भी नीचे यानी समुद्र की गहराइयों में। रोमांचप्रेमियों के बीच समुद्र में गोताखोरी, स्नोर्कलिंग या स्कूबा डाइविंग आजकल खासी लोकप्रिय हो रही है। लेकिन यहां हम बात स्कूबा डाइविंग की नहीं कर रहे, बल्कि दुनिया की अकेली ऐसी जगह की कर रहे हैं जहां रात गुजारने पहुंचने के लिए आपको वाकई स्कूबा डाइविंग करनी पड़ती है। यह अमेरिका की अकेली अंडरवाटर होटल है।
जूल्स अंडरसी लॉज अमेरिका में फ्लोरिडा के की लारगो में एमरेल्ड लैगून के नीचे स्थित है। सतह से 30 फुट नीचे लैगून के फर्श पर—पांच फुट ऊंचे पांवों पर—टिका यह अंडरसी केवल नाम के लिए नहीं बल्कि वाकई समुद्र में नीचे है। इसे रोमांच व सैर-सपाटे के मिलन का चरम भी कहा जा सकता है। इस लॉज में प्रवेश करने के लिए सागर के पानी में 21 फुट नीचे स्थित प्रवेश द्वार तक स्कूबा डाइविंग करनी पड़ती है। जाहिर है, यह रोमांच उन लोगों के लिए नहीं जिन्हें समुद्र की गहराइयों से डर लगता है। लेकिन जिन्हें नहीं लगता उनके लिए यह जीवन के सबसे रोमांचक अनुभवों में से एक हो सकता है… रोमांचक और आरामदेह भी।
जूल्स अंडरसी लॉज कोई नया-नवेला टूरिस्ट फन रिसॉर्ट नहीं है। इसकी शुरुआत दरअसल ला चालुपा रिसर्च लैबोरेटरी के रूप में हुई थी जो अब रोमांचप्रेमियों का अनोखा बसेरा भी है। यह न केवल पहली और अकेली अंडरवाटर होटल है बल्कि पहली अंडरवाटर लैब है जिसपर आम आदमी का जाना मुमकिन है। समुद्र में जिस जगह यह लॉज स्थित है, वह समुद्री जीवन से भरपूर है। मैनग्रूव लैगून का यह इलाका कई तरह की मछलियों का ठिकाना है। इस लॉज की खासियत ही यह है कि यह समुद्री जीवन में कोई बाधा नहीं पहुंचाता बल्कि उसे और पनपाता है। यहां तक कि लॉज में जाने वाली हवा पानी में ऑक्सीजन की मात्रा प्रवाहित करती है।
इस जगह का नाम जूल्स रखा गया था फ्रांसीसी लेखक जूल्स गैब्रियल वर्न के नाम पर जिन्होंने 19वीं सदी में फंतासी यात्रा कथाओं पर कई रोमांचकारी उपन्यास लिखे थे। इनमें से एक उपन्यास ट्वंटी थाउजेंड लीग्स अंडर द सी (1870) तो समुद्र के नीचे की सैर पर ही था।
जूल्स का पूरा ढांचा समुद्र के भीतर है, केवल कमांड सेंटर बाहर है। कमांड सेंटर से लॉज केबल के जरिये जुड़ा है। यही केबल लॉज में हवा, पानी, बिजली व संचार सुविधाएं पहुंचाती है। इस पूरी व्यवस्था पर चौबीसों घंटे निगरानी रखी जाती है। लॉज में कम्प्रेस्ड हवा भरी हुई है जो पानी को चढ़कर लॉज के भीतर घुसने से रोकती है। लॉज पचास फुट लंबा, बीस फुट चौड़ा और 11 फुट ऊंचा है। प्रवेश का रास्ता नीचे से है। गोता लगाने के बाद सैलानी पांच गुणा सात फुट के मून पूल में पहुंचते हैं। कुछ-कुछ वैसा ही, जैसा कि आप स्वीमिंग पूल में नहाकर बाहर निकलते हैं। सबसे पहले वेट (गीला) रूम है जहां गीले कपड़े बदलकर, गरम पानी में नहाकर लोग सूखे व तरो-ताजा होकर बाकी इलाके में पहुंचते हैं।
एयरकंडीशंड लॉज तमाम सुविधाओं से युक्त है। इसमें दो बेडरूम हैं और एक कॉमन रूम, टॉयलेट व शॉवर भी। यानी दो जोड़े या चार-पांच लोगों का एक परिवार एक साथ टिक सकता है। लेकिन कोई जोड़ा पूरे लॉज को केवल अपने लिए चाहे तो वह भी मुमकिन है। कॉमन रूम में बैठक, खाने की जगह और मनोरंजन की जगह सबकुछ है। सभी कमरों में टेलीफोन, इंटरकॉम, डीवीडी, स्टीरियो सिस्टम वगैरह सबकुछ है। रसोई में फ्रिज व माइक्रोवेव भी है। वैसे आप पिज्जा भी ऑर्डर करना चाहें तो जमीन से वह भी आप तक पहुंच जाएगा। दरअसल यहां एक गोताखोर के पिज्जा लेकर आने की इमेज इतनी लोकप्रिय हो चुकी है कि यहां रुकने वाले सारे लोग पिज्जा जरूर ऑर्डर करते हैं।
एक गोताखोर बावर्ची भी सैलानियों की सेवा में उनका मनपंसद खाना समुद्र के नीचे बनाने के लिए मौजूद रहता है। लेकिन इन सुविधाओं से इतर सबसे रोमांचक है कमरों के भीतर 42 इंच की वह गोलाकार खिड़की जो आपको हर पल समुद्री जीवन की नजदीकी का अहसास कराती है। सवेरे आंखें खुलने पर जब आपकी आंखें खिड़की से सटी एंजलफिश की आंखों से दो-चार हों तो वह पल जिंदगीभर न भूलने वाला होता है।
अब ऐसी जगह उन लोगों के लिए तो जन्नत समान है जिन्हें गोताखोरी आती है क्योंकि यहां से वे समुद्री जीवन को नजदीक से देख सकते हैं। लेकिन जिन्हें गोताखोरी नहीं भी आती, वे भी जूल्स में ठहर सकते हैं। ऐसे लोगों के लिए जूल्स के विशेषज्ञ तीन घंटे की सामान्य सी क्लास लेते हैं जो उन्हें गोताखोरी करने लायक बना देती है। यही नहीं, यहां केवल तीन दिन में गोताखोरी का सर्टीफिकेशन भी मिल जाता है। यह लॉज अंडरवाटर शादी के लिए भी उपलब्ध है। साथ ही यह मेरिन पार्क व स्टडी सेंटर भी है जहां आप समुद्री दुनिया के बारे में जानते-समझते भी हैं। कई लोग यहां केवल डाइविंग के लिए भी आते हैं।
फ्लोरिडा में की लारगो अंडरसी पार्क मियामी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से सड़क पर महज डेढ़ घंट की दूरी पर है। एमरेल्ड लैगून में सिर्फ डाइविंग की ही दर 35 डॉलर है (तकरीबन 2600 रुपये)। जूल्स का लग्जरी पैकेज 475 डॉलर (लगभग 35 हजार रुपये) प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि है (दोपहर एक बजे से अगले दिन सवेरे दस बजे तक)। आप यहां मनचाही अवधि के लिए बिना ऊपर आए टिक सकते हैं। शौकीया गोताखोरों के लिए दोपहर दो बजे से अगले दिन सवेरे नौ बजे तक का खास पैकेज 375 डॉलर (लगभग 28 हजार रुपये) प्रति व्यक्ति प्रति रात्रि का है। पूरी रात गुजारने की हिम्मत न रखने वालों के लिए तीन-तीन घंटे के पैकेज हैं- 150 डॉलर (लगभग 11 हजार रुपये) से लेकर 165 डॉलर प्रति व्यक्ति तक (खाने की पसंद पर निर्भर)। जो जोड़े पूरा लॉज अपने खास लम्हों के लिए चाहते हैं, उनके लिए दर भी खास है- 1295 डॉलर (लगभग 96 हजार रुपये) प्रति रात्रि। डाइविंग व मैरिन कोर्स दरें अलग-अलग हैं।
यह अद्भुत अनुभव है, केवल रोमांच के लिहाज से नहीं बल्कि इस पृथ्वी, इसके वातावरण, इसकी बेइंतहा खूबसूरती और इसके सामने मौजूद खतरों को जानने-समझने के लिहाज से भी। साल 2016 में जूल्स लॉज की 30वीं सालगिरह तक यहां दस हजार लोग रात बिता चुके थे। यह बता दें कि 9 सितंबर 1995 को इस लॉज से इसके जनक इयान कॉब्लिक व एक अन्य गोताखोर स्कॉट कारपेंटर ने अंतरिक्षयान एंडीवर में अंतरिक्षयात्री माइक गेर्नहार्ट से बीत की थी। समुद्र की गहराई से अंतरिक्ष की ऊंचाई के सीधे संवाद का इतिहास का यह केवल दूसरा मौका था। यह कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी कि जो कभी केवल विज्ञान कथाओं की फंतासी रहा करती थी, वह इस लॉज के रूप में हकीकत बन चुकी है।
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